कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद में न बोलकर और बाहर राजनीतिक भाषण दे रहे हैं। इससे लोकतंत्र कलंकित हो रहा है। देश ने संसद के इतिहास में इससे बुरा दौर नहीं देखा है। खरगे ने कहा, मणिपुर के प्रति उदासीनता केंद्र सरकार के लिए मानवता पर धब्बा है।
मणिपुर के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में बहस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य की मांग कर रहे विपक्षी दलों ने संसद में काले कपड़े पहनकर विरोध किया। इस विरोध पर केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कटाक्ष करते हुए कहा, विपक्षियों के केवल कपड़े ही काले नहीं है, बल्कि मन भी काले हैं और इनका वर्तमान, भूत और भविष्य सब काला है। असल में लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और पीएम के विदेश दौरों की उपलब्धियों की जानकारी सदन को दे रहे थे, तो विपक्षी सांसद लगातार हंगामा करते रहे। इसे लेकर जयशंकर ने कहा, अपने गठबंधन का नाम इंडिया होने का दावा करते हैं, पर राष्ट्रीय हितों के बारे में सुनने को तैयार नहीं हैं। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। बाद में जब कार्यवाही शुरू हुई, तो लोकसभा अध्यक्ष ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर के आधार पर सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को बोलने के लिए कहा, जिसका गोयल ने यह कहते हुए विरोध किया कि विपक्ष ने विदेश मंत्री को अहम चर्चा के दौरान नहीं बोलने दिया, लिहाजा विरोध में वे भी चौधरी को नहीं बोलने देंगे।
संसद में न बोलकर लोकतंत्र को कलंकित कर रहे हैं पीएम : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद में न बोलकर और बाहर राजनीतिक भाषण दे रहे हैं। इससे लोकतंत्र कलंकित हो रहा है। देश ने संसद के इतिहास में इससे बुरा दौर नहीं देखा है। खरगे ने कहा, मणिपुर के प्रति उदासीनता केंद्र सरकार के लिए मानवता पर धब्बा है। मणिपुर पिछले 85 दिनों से जल रहा है। लोग अब जागरूक हो गए हैं। वे इस तरह की राजनीति को करारा जवाब देंगे।
लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि देश की बढ़ती हुई ताकत आज क्या
सदन में विपक्षी सांसद लगातार प्रधानमंत्री सदन में आओ के नारे लगाते रहे। विपक्ष की नारेबाजी के जवाब में सत्ता पक्ष के सांसदों ने काले कपड़े, काले काम, नहीं सहेगा हिंदुस्तान की नारेबाजी शुरू की दी। इस दौरान गोयल ने कहा, यह काले कपड़े पहनने वाले लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि देश की बढ़ती हुई ताकत आज क्या है। इसके साथ ही गोयल ने आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का नाम लिए बिना कहा, ये अपने काले कारनामे छिपाना चाह रहे हैं, लेकिन कौवों को आकर्षित कर रहे हैं।
विपक्ष ने राज्यसभा की कार्यमंत्रणा समिति बैठक का किया बहिष्कार
प्रधानमंत्री की तरफ से मणिपुर पर संसद में बयान न दिए जाने के विरोध में विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक का बहिष्कार किया। एक वरिष्ठ नेता की तरफ से यह जानकारी दी गई। राज्यसभा की कार्यमंत्रणा समिति में पदेन अध्यक्ष उपराष्ट्रपति समेत 11 सदस्य होते हैं। 26 दलों के गठबंधन वाले विपक्षी मोर्चे इंडिया के तीन सांसद जयराम रमेश (कांग्रेस), मीसा भारती (राजद) और डेरेक ओ’ब्रायन (टीएमसी) इस समिति में शामिल हैं। उन्होंने बैठक का बहिष्कार किया। वहीं, बीआरएस के केशव राव भी बैठक में शामिल नहीं हुए।