बसपा सांसद मलूक नागर ने कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस कदम से विपक्ष और कमजोर होगा। इसके कारण भाजपा की मनमानी पहले से भी अधिक बढ़ जाएगी।
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को बसपा ने कमजोर रणनीति करार दिया है। पार्टी के सांसद मलूक नागर ने कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा, उसके इस कदम से विपक्ष और कमजोर होगा। इसके कारण भाजपा की मनमानी पहले से भी अधिक बढ़ जाएगी। नागर ने कहा, इस आशय का प्रस्ताव तब लाया जाता है जब सरकार कमजोर हो। सरकार के पास पर्याप्त संख्याबल है। प्रस्ताव पर चर्चा होगी। सभी अपनी-अपनी बात रखेंगे। अंत में पीएम चर्चा का जवाब दे कर विपक्ष को धराशायी कर देंगे। इससे विपक्ष के मनोबल पर असर पड़ेगा। कांग्रेस को सोच समझ कर कदम उठाना चाहिए था।
सांसद नागर ने कहा कि बसपा चर्चा में हिस्सा लेगी। पार्टी ने पहले ही मणिपुर हिंसा मामले में राज्य के सीएम को हटाने की मांग की है। हम मणिपुर के साथ राजस्थान में वंचित वर्ग की महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म और लाल डायरी की भी बात करेंगे। पार्टी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में दलित-वंचित महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय का मामला भी उठाएगी।
एनडीए- 332
भाजपा-301, शिवसेना(शिंदे)-13, लोजपा-6, अपना दल-2, अन्नाद्रमुक-1, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी)-1, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी)-1, मिजो नेशनल फ्रंट-1, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन-1, सिक्किम क्रन्तिकारी मोर्चा-1, नागा पीपुल्स फ्रंट-1, निर्दलीय-3
इंडिया गठबंधन-141:
कांग्रेस-49, द्रमुक-24, जदयू-16, राकांपा-4, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग-3, जम्मू और कश्मीर राष्ट्रीय सम्मेलन-3, झामुमो-1, केरल कांग्रेस एम-1, विदुथलाई चिरुथिगल काची-1, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (भारत)-1, शिवसेना उद्धव ठाकरे (यूबीटी)-6, तृणमूल-23, समाजवादी पार्टी-3, वाम-5, आप-1
प्रस्ताव के पक्ष में अन्य दल: भारत राष्ट्र समिति-9, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन-2, शिरोमणि अकाली दल-2, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट-1, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी-1, शिरोमणि अकाली दल ए-1, जनता दल एस-1, निर्दलीय-1
प्रस्ताव के पक्ष में कुल : 159