सिफर विवाद पिछले साल सत्ता से बेदखल होने के बाद इमरान खान द्वारा किए गए दावे से जुड़ा है कि उन्हें अमेरिकी साजिश के तहत सत्ता से हटाया गया था।
पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बुधवार को संकेत दिया कि सरकार ‘सिफर’ (गुप्त संचार) विवाद के फिर से सामने आने के बाद देश के गोपनीयता के कानूनों के उल्लंघन के तहत पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। सिफर मुद्दा पिछले साल सत्ता से बेदखल होने के बाद इमरान खान द्वारा किए गए दावे से जुड़ा है कि उन्हें अमेरिकी साजिश के तहत सत्ता से हटाया गया था। इमरान खान ने अपने विरोधियों का मुकाबला करने के लिए एक राजनयिक केबल का हवाला दिया था।
गृह मंत्री सनाउल्लाह ने आजम खान के कबूलनामे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इमरान खान ने अपराध किया है जिसके लिए उन्हें हर कीमत पर दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी गुप्त दस्तावेज या जानकारी के एक टुकड़े को सार्वजनिक करना और फिर उसे अपने कब्जे में लेना गैर कानूनी है। कोई भी व्यक्ति इसे अपने पास नहीं रख सकता है। सनाउल्लाह ने कहा कि पीटीआई प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्री ने कहा कि कानून विभाग की राय इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। लेकिन उन्हें लगता है कि आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम इस मामले में अधिक प्रासंगिक है।
सिफर विवाद से जुड़ा दस्तावेज साझा करेंगे इमरान
विवाद सामने आने के बाद पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने कहा है कि वह गुरुवार को सिफर विवाद पर बिना सेंसर किए दस्तावेज साझा करेंगे। खान ने बुधवार को ट्वीट किया, मुझे अयोग्य ठहराने और जेल भेजने के लिए किसी भी मामले में मुझे फंसाने की उनकी उग्र कोशिशों में, अक्षम बदमाशों के इस समूह ने फिर से अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है। उन्होंने मुझे इस पूरे सिफर नाटक का उचित पर्दाफाश करने का अवसर प्रदान किया है।