जम्मू-कश्मीर के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री ने अग्निपथ योजना के संदर्भ में कहा कि यह देश के युवाओं में नयी ऊर्जा और उत्साह का संचार करेगी। ‘मैं अग्निवीर हूं’ -युवाओं में यह भाव हमेशा रहेगा जो उनकी विशिष्ट पहचान और ऊर्जा को बनाए रखेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से उपजे हालात के कारण देश में सेना में भर्ती की प्रक्रिया लगभग दो साल बंद रही।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना में भर्ती होने के इच्छुक बहुत से नौजवान सैनिक बनने के अवसर से वंचित हुए हैं। इसलिए युवाओं के भविष्य और उनकी इच्छा को ध्यान में रखते हुए ही केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श के बाद अग्निवीरों की भर्ती की अधिकतम आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आयु सीमा में छूट का लाभ सिर्फ एक ही बार मिलेगा और यह अग्निवीर बनने के इच्छुक युवाओं को लाभ पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी और मैं सभी युवाओं से सेना में शामिल होने व इस योजना का पूरा लाभ लेने का आग्रह करता हूं।