बीसीसीआई अपेक्स काउंसिल की शुक्रवार को हुई मीटिंग में कई फैसले लिए गए। जहां एक तरफ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अगले सीजन के लिए इम्पैक्ट प्लेयर के नियम में कुछ बदलाव किए गए, वहीं दूसरी तरफ भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी टी20 लीगों में खेलने को लेकर भी बातचीत हुई। इतना ही चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियन गेम्स में टीम इंडिया की भागीदारी और वर्ल्ड कप से पहले स्टेडियम के अपग्रेडेशन पर भी फैसले लिए गए।
रिटायर्ड क्रिकेटर्स के लिए पॉलिसी लाएगा बीसीसीआई
आईएल20 लीग के दौरान उथप्पा
एक-दो महीने में लिया जा सकता है फैसला
मौजूदा समय में जो भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल से संन्यास की घोषणा करते हैं, सिर्फ वे विदेशी टी20 लीग में खेल सकते हैं। लेकिन रिटायर्ड खिलाड़ियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है और वह अब आईपीएल की दौड़ में भी नहीं हैं। वे सब विदेशी टी20 लीग में भाग ले रहे हैं। इसने बीसीसीआई अधिकारियों को परेशान कर दिया है।
ये खिलाड़ी खेल रहे विदेशी टी20 लीग
इरफान और यूसुफ पठान, पार्थिव पटेल, श्रीसंत और स्टुअर्ट बिन्नी जिम एफ्रो टी10 लीग में खेलते दिखेंगे। अंबाती रायडू यूएसए में मेजर लीग क्रिकेट का हिस्सा होंगे। रॉबिन उथप्पा और यूसुफ पठान ने साल की शुरुआत में ILT20 में हिस्सा लिया था। इनमें से कई खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के लिए स्टार रह चुके हैं। ऐसे में इनके दूसरे लीग में खेलने से स्पॉन्सर्स उस विदेशी लीग में आकर्षित हो सकते हैं। बीसीसीआई ऐसा नहीं चाहता है। हालांकि, बोर्ड का यह भी कहना है कि वह टैलेंट को कहीं बाहर व्यर्थ नहीं होने देना चाहते। इसलिए वह रिटायर्ड खिलाड़ियों के लिए भी पॉलिसी लाने जा रहा है ताकि वह भी विदेशी लीगों में खेलने से बचें।
एक खिलाड़ी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “रिटायर्ड खिलाड़ियों को शांत रहने के लिए मजबूर करना इतना आसान नहीं है क्योंकि वे कॉन्ट्रैक्ट में नहीं हैं।” ऐसा कहा जा रहा है कि बोर्ड इस पर कानूनी राय लेगा। बीसीसीआई रिटायर्ड खिलाड़ियों को एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) मांगने के लिए भी कह सकता है, जिसके लिए दिशानिर्देश अभी तक निर्धारित नहीं किए गए हैं।