एयरलाइन ने ट्वीट करते हुए कहा था कि हमें दुख है कि 30 जून 2023 तक निर्धारित गो फर्स्ट की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इस वजह से हुई असुविधा के लिए हम माफी मांगते हैं। हमें पता है कि उड़ान रद्द होने की वजह से आपकी यात्रा बधित हो सकती है।
सिंगापुर की एक अदालत के आदेश को लेकर अमेरिकी इंजन कंपनी का कहना है कि वह कोर्ट के मध्यस्थता फैसले का सम्मान करते हैं। कंपनी ने कहा कि वह इस आदेश का पालन करेगी।
कोर्ट ने दिया था यह आदेश
सिंगापुर की अदालत ने अमेरिका स्थित इंजन निर्माता प्रैट एंड व्हिटनी को आदेश दिया कि अगस्त से दिसंबर तक हर महीने गो फर्स्ट एयरलाइंस को पांच इंजन भेजा जाए। कोर्ट ने कहा कि प्रैट एंड व्हिटनी को निर्देश दिए कि बिना किसी देरी के गो फर्स्ट को इंजन भेजने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। गुरुवार को प्रैट एंड व्हिटनी के प्रवक्ता ने कहा कि हम कार्रवाई के दौरान अपना बचाव करने के लिए तत्पर हैं, जहां व्यापार और कानूनी मुद्दों का समाधान किया जाएगा।
आखिर क्या है पूरा मामला
गो फर्स्ट ने नौ मई को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में दिवालियापन की घोषणा के लिए आवेदन सौंपा था। कंपनी ने घाटे के कारण अपनी उड़ानें निलंबित कर दी थी। कंपनी ने कहीं न कहीं प्रैट और व्हिटनी को भी इसकी वजह मानी थी, क्योंकि प्रैट और व्हिटनी ने इंजनों की डिलीवरी करने में देरी की थी।
एयरलाइन ने ट्वीट कर जताया दुख
एयरलाइन ने ट्वीट करते हुए कहा था कि हमें दुख है कि 30 जून 2023 तक निर्धारित गो फर्स्ट की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इस वजह से हुई असुविधा के लिए हम माफी मांगते हैं। हमें पता है कि उड़ान रद्द होने की वजह से आपकी यात्रा बधित हो सकती है। हमने तत्काल समाधान और परिचालन के पुनरुद्धार के लिए एक आवेदन दायर किया है। हम जल्द ही बुकिंग फिर से शुरू कर पाएंगे। आपको हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। कहा जा रहा है कि जहां-जहां गो फर्स्ट की उड़ान बंद हुई, वहां हवाई किराये पर असर पड़ा।