पीएम नरेंद्र मोदी की यह पीड़ा सोमवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में सामने आई। करीब पांच घंटे तक चली बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि वर्तमान राजनीति उनमें ऊब पैदा करती है। वह इसलिए क्योंकि देश की राजनीति बस चुनाव जीतने या हारने तक केंद्रित होकर रह गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्तमान राजनीति के बस चुनाव केंद्रित होने पर गहरी निराशा जताई है। उन्होंने दो टूक कहा कि देश को दूसरे पायदान पर रखने वाली इस राजनीति के लिए वह फिट नहीं हैं। पीएम मोदी ने कहा, मैं चुनाव हारने या जीतने के लिए राजनीति में नहीं आया। मेरी नजर में राजनीति का मतलब देश की तरक्की है।
पीएम नरेंद्र मोदी की यह पीड़ा सोमवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में सामने आई। करीब पांच घंटे तक चली बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि वर्तमान राजनीति उनमें ऊब पैदा करती है। वह इसलिए क्योंकि देश की राजनीति बस चुनाव जीतने या हारने तक केंद्रित होकर रह गई है। नीतियां और कार्यक्रम बस चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं। वर्तमान राजनीति की प्राथमिकता में देश बहुत पीछे है। इस राजनीति में मैं खुद को सहज महसूस नहीं करता।
नौकरशाही पर सवाल…ऐसे रवैये से आगे नहीं बढ़ेगा देश
पीएम मोदी ने नौकरशाही के रवैये पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नौकरशाही अपने कॅरिअर के दौरान बस वित्तीय वर्ष खत्म होने और भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन का वर्ष याद रखते हैं। जो योजना तय समय से पहले पूरी हो सकती है, उसके लिए भी वित्तीय वर्ष खत्म होने का इंतजार करते हैं। चयन का साल इसलिए याद रखते हैं कि सेवा में गुजारे गए वर्ष के अनुरूप उन्हें तरक्की मिलती जाए। ऐसे रवैये से देश आगे नहीं बढ़ने वाला।
पीएम ने कहा कि साल 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य चुनावी नारा नहीं है। देश 25 सालों में कैसे विकसित होगा, इसकी तैयारी शुरू करनी होगी। मेरी इच्छा है कि गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कमेटी बने, ताकि लक्ष्य को हासिल करने के लिए तेजी से काम किया जा सके।