भारत, अमेरिका, यूरोप, चीन और ऑस्ट्रेलिया के साइंटिस्ट्स को रेडियो टेलीस्कोप की मदद से इस बात का पहला सबूत मिला है। पहले ये कहा जाता था कि ब्रह्मांड में कोई आवाज नहीं होती। लेकिन करीब 15 साल तक के आंकड़े जुटाने के बाद वैज्ञानिकों को यह सफलता मिली है।
ब्रह्मांड में हमेशा गूंजने वाली ‘हम्म्म्म’ की आवाज का पहली बार खुलासा हुआ है। ये ध्वनि ब्रह्मांड में हमेशा एक गूंजती रहती है। इसे सुनकर ऐसा लगता है जैसे आप किसी शोरगुल वाली जगह पर बैठे हों। अब भारत समेत दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि ये आवाज ग्रैविटेशनल वेव यानी गुरुत्वाकर्षण तरंगों की वजह से निकलती है।
रेडियो टेलीस्कोप की मदद से मिला सबूत
भारत, अमेरिका, यूरोप, चीन और ऑस्ट्रेलिया के साइंटिस्ट्स को रेडियो टेलीस्कोप की मदद से इस बात का पहला सबूत मिला है। पहले ये कहा जाता था कि ब्रह्मांड में कोई आवाज नहीं होती। लेकिन करीब 15 साल तक के आंकड़े जुटाने के बाद वैज्ञानिकों को यह सफलता मिली है। इससे पहले नासा ने कहा था कि यह धारणा गलत है कि अंतरिक्ष में कोई ध्वनि नहीं है, क्योंकि आकाशगंगा खाली है, जिससे ध्वनि तरंगों को यात्रा करने का कोई रास्ता नहीं मिलता। एक गैलेक्सी क्लस्टर में इतनी गैस है कि हमने वास्तविक ध्वनि को पकड़ लिया है। यहां एक ब्लैक होल की एंप्लीफाइड और अन्य डेटा के साथ मिक्स करके बनाई गई ध्वनि है। ये आवाज एक कंपन है।गैस की वजह से गूंजती रहती है ध्वनि
वैज्ञानिकों का कहना है कि अंतरिक्ष में कई जगहों पर गैस हैं। जिनके कारण ध्वनि तरंगें घूमती रहती हैं। अगस्त 2022 में नासा ने पर्सियस आकाश गंगा समूह के केंद्र में एक बड़े ब्लैक होल की ध्वनि को खोजा था। नासा ने इस ब्लैक होल से निकलने वाली ध्वनि को जारी किया था।