गुजरात सरकार अमेरिकी कम्प्यूटर स्टोरेज चिपमेकर माइक्रोन टेक्नोलॉजी के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करने जा रही है। समझौते के तहत कंपनी अहमदाबाद जिले के साणंद में सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण केंद्र की स्थापना करेगी।
2 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश
गुजरात सरकार ने समझौते के संबंध में एक विज्ञप्ति जारी की है। विज्ञप्ति के अनुसार, बुधवार शाम गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित अन्य अधिकारी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए जाएंगे। 22 जून को कंपनी ने इस संबंध में घोषणा की थी। कंपनी ने कहा था कि हम गुजरात में एक सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण संयंत्र स्थापित करेंगे। इसके तहत हम राज्य में कुल 2.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेंगे।
केंद्र सरकार देगी वित्तीय सहायता
माइक्रोन प्लांट को केंद्र सरकार के मॉडिफाइड असेंबली टेस्टिंग, मार्केटिंग, मार्किंग एंड पैकेजिंग स्कीम (एटीएमपी) के तहत मंजूरी मिली है। योजना के तहत, अमेरिकी कंपनी को केंद्र से 50 प्रतिशत और राज्य सरकार से 20 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी जाएगी। माइक्रोन द्वारा कुछ समय पहले जारी किए गए बयान के अनुसार, गुजरात में नई परियोजना का निर्माण 2023 में शुरू होने की उम्मीद है। पहले चरण में पांच लाख वर्ग फुट की नियोजित क्लीनरूम शामिल है, जो 2024 के आखिर तक शुरू हो जाएगी।
नई नौकरियों का होगा सृजन
माइक्रोन ने कहा था कि अगले कुछ सालों में प्लांट पांच हजार नई प्रत्यक्ष नौकरी और 15 हजार सामुदायिक नौकरियों का सृजन करेगा। प्लांट में डीआरएएम और एनएएनएडी का निर्माण किया जाएगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा किया जा सकता है।