आप में से वह सभी लोग जो दिल्ली एयरपोर्ट से डोमेस्टिक या इंटरनेशनल फ्लाइट लेते होंगे उनको अपना सामान चेक इन कराने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगना पड़ा होगा। न जाने कितना वक्त यात्रियों ने लाइन में लगकर बर्बाद किया, लेकिन अब दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर इस तरीके की समस्या से निजात मिल गई है। यहां पर अब सेल्फ बैगेज ड्रॉप इन की सुविधा शुरू हो गई है।
दिल्ली एयरपोर्ट को संचालित करने वाली दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड प्रबंधन के मुताबिक, अब महज 7 से 10 मिनट के भीतर कोई भी यात्री अपने सामान को चेक इन कराने के साथ बोर्डिंग गेट पर पहुंच जाएगा। फिलहाल शुरुआती दौर में असुविधा इंडिगो एयरलाइंस के यात्रियों के लिए शुरू हुई है। जल्द ही इसको डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट के यात्रियों के लिए भी शुरू कर दिया जाएगा।
बीते कुछ दिनों से दिल्ली एयरपोर्ट पर सेल्फ बैगेज ड्रॉपिंग की सुविधा का ट्रायल रन किया जा रहा था। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि सफल ट्रायल के बाद एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर 14 सेल्फ बैगेज ड्रॉप इन मशीनों को लगा दिया गया है। आधिकारिक तौर पर इसका ट्रायल होने के साथ ही इसको अब यात्रियों की सुविधा के लिए शुरू कर दिया गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट के सीईओ विदेह जयपुरिया कहते हैं कि इस सुविधा से यात्री महज 20 सेकंड के भीतर अपने सामान को चेक इन करके आगे बढ़ सकेगा। वो कहते हैं कि शुरुआती दौर में यह सुविधा इंडिगो के यात्रियों के लिए शुरू की गई है। जल्द ही इसको अन्य डॉमेस्टिक फ्लाइट और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के साथ आगे बढ़ाया जाएगा।
सबसे ज्यादा यात्रियों को बैगेज चेक-इन के लिए ही लाइन में लगना पड़ता है। नई सुविधा यात्री को अपने बोर्डिंग पास को स्कैन करके तय वजन के मुताबिक सामान को ऑटोमेटिक चेक इन किओस्क से प्रोसेस करना होगा। यह प्रक्रिया महज 17 से 21 सेकंड के बीच में पूरी हो जाती है। एयरपोर्ट संचालन करने वाली संस्था से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती दौर में इस सुविधा के साथ लोगों की भीड़ को कम करने और उनको बेहतर सुविधा देने की कोशिश की गई है। जल्द ही इसको और आगे बढ़ाया जाएगा।
खुद करना होगा इस तरह चेक इन
नई व्यवस्था के माध्यम से चेक इन करने को लेकर अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले यात्री को अपना बोर्डिंग पास लेना होगा। बोर्डिंग पास के साथ ही यात्री को अपना बैगेज टैग भी लेना होगा। इस टैग को अपने बैग के साथ लगा कर अपने बोर्डिंग पास को कियास्क के स्कैनर में स्कैन करना होगा। उसके तुरंत बाद अपने सामान को कन्वेयर बेल्ट पर रखना होगा।
इस सुविधा का फिलहाल शुरुआती दौर में इंडिगो के यात्री ही लाभ ले पाएंगे। एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही एयर इंडिया और विस्तारा के अलावा इंटरनेशनल फ्लाइट्स में ब्रिटिश एयरवेज, केएलएम और एयर फ्रांस के साथ साथ कुछ अन्य इंटरनेशनल फ्लाइट के यात्रियों को भी इस तरह की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।