एक विदेशी मीडिया के अनुसार, लिथियम आयन बैटरी के निर्माण के लिए उन्हें केमिस्ट्री में साझा नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। बैटरी अधिकांश आधुनिक पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों में इस्तेमाल की जाती है।
लिथियम-आयन बैटरी दुनिया के सामने पेश करने वाले जॉन बी गुडएनफ का निधन हो गया। टेक्सास के ऑस्टिन में 100 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। टेक्सास विश्वविद्यालय ने उनके मौत की घोषणा की।
विदेशी मीडिया के अनुसार, लिथियम आयन बैटरी के निर्माण के लिए उन्हें केमिस्ट्री में साझा नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। बैटरी अधिकांश आधुनिक पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों में इस्तेमाल की जाती है। जानकारी के अनुसार, जॉन टेक्सास विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे। इससे पहले उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के लैब की स्थापना की थी, जिसे 1980 में स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट कंप्यूटर के विकास की अनुमति मिली।
इसके अलावा, लिथियम बैटरी का इस्तेमाल टेस्ला सहित कई स्वच्छ, साइलेंट पल्ग-इन गाड़ियों में भी किया जाता है। लंबे सफर में लिथियम बैटरी एक बेहतर विकल्प है। जलवायु परिवर्तन को कम करने में बैटरी मददगार है। कहा जाता है कि एक दिन लिथियम गैसोलीन से चलने वाली कारों और ट्रक की जगह भी ले सकती हैं। इसके अलावा लिथियम बैटरियों का इस्तेमाल कार्डियक डिफिब्रिलेटर जैसे चिकित्सा उपकरणों में भी किया जाता रहा है।