बरेली में सोमवार को यूपीएसएससी की परीक्षा के पहले दिन एसटीएफ ने सॉल्वर गिरोह का भंडाभोड़ किया। एसटीएफ ने मुरादाबाद निवासी सरगना नाजिम समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा चार अन्य आरोपी भी पकड़े गए हैं।
बिहार के सॉल्वरों से यूपी के जिलों में प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर हल कराने वाला मास्टरमाइंड मुरादाबाद का नाजिम है। उसने प्रति अभ्यर्थी 10-15 लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का ठेका ले रखा था। सोमवार को बरेली में पकड़ा गया फौजी अपनी और अपने भाई की नौकरी लगवाने की खातिर नाजिम गैंग के संपर्क में आया था।
सोमवार को यूपीएसएससी की परीक्षा के पहले दिन एसटीएफ ने सॉल्वर गिरोह का भंडाभोड़ किया। एसटीएफ ने मुरादाबाद निवासी सरगना नाजिम समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा गिरोह में शामिल चार अन्य आरोपी भी अलग-अलग केंद्रों से पकड़े गए हैं।
ये आरोपी पकड़े गए
नाजिम निवासी मुरादाबाद (गैंग का सरगना)
जाबिर अली
मोहनिस
मुकेश कुमार
नीरज कुमार और संदीप कुमार निवासी बिहार
कुलदीप उत्तराखंड
सचिन पांडेय निवासी नालंदा, बिहार
केशव कुमार निवासी समस्तीपुर, बिहार
रतन कुमार, निवासी वैशाली, बिहार
दानिश अली निवासी मुरादाबाद
2019 में पकड़ा जा चुका है नाजिम
नाजिम के बारे में बरेली के एसटीएफ प्रभारी अब्दुल कादिर ने जानकारी जुटाई तो पता लगा कि वह 2019 में मुरादाबाद में सीटेट परीक्षा में सॉल्वर बैठाने में पकड़ा गया था। उसका नंबर सर्विलांस पर लिया तो खास इनपुट नहीं मिला। बाद में पता लगा कि वह कुछ और नंबर भी चला रहा है और ज्यादा कॉलिंग व्हाट्सएप पर चल रही है। टीम सक्रियता से जुटी तो तार जुड़ते चले गए।
पता लगा कि भगतपुर निवासी मुकेश तेलंगाना में फौजी है। वह छुट्टी लेकर घर आया था। उसने अपनी और अपने भाई राजेंद्र की नौकरी के लिए नाजिम से बात की थी। उसने दोनों की नौकरी के लिए 30 लाख रुपये का खर्चा बताया था। कहा था कि कुछ रुपये ही एडवांस में देने होंगे, बाकी कॉल लेटर मिलने पर लेगा।
मंगलवार को लखनऊ जाकर देना था पेपर
नाजिम ने खुद की थी फोटो की मिक्सिंग
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग पकड़कर कार्रवाई की है। हाफिजगंज पुलिस भी मदद के लिए साथ रही। हाफिजगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करके आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।