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बारिश ने धो दिए खून के दाग, आंखों से नहीं हट रहा मंजर; हर तरफ बिखरे थे खून से लथपथ शव

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मैनपुरी में शनिवार की सुबह बड़े भाई ने दो छोटे भाइयों, नवविवाहित बहू, भाई के दोस्त सहित पांच लोगों की फरसा से काट कर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी और मामी पर भी हमला किया। लेकिन दोनों किसी तरह बच गईं। हत्याओं को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली।

मैनपुरी में शनिवार को गांव गोकुलपुर अरसारा में हुए सामूहिक हत्याकांड का मंजर भयावह था। घर के आंगन से लेकर कमरे और छत तक खून से लथपथ शव पड़े हुए थे। जहां नजर जाती बस खून ही नजर आता था। रविवार को दिन भर हुई बारिश ने खून के दाग तो धो दिए हैं, लेकिन फिर भी किसी की आंखों से वह खौफनाक मंजर नहीं हट रहा है।

गांव निवासी सुभाष यादव के बड़े बेटे शिववीर ने अपने दो भाई, नवविवाहिता, बहनोई व भाई के दोस्त समेत पांच लोगों को बेरहमी से काटकर मौत के घाट उतार दिया था। पिता सुभाष और मां शारदा देवी ने सबसे पहले घर में वह भयावह मंजर देखा था। छोटा बेटा उसका दोस्त और दामाद का शव आंगन में खून से लथपथ पड़ा था।

छत पर दूसरा बेटा और उसकी दुल्हन का शव चारपाई पर पड़ा था। हर तरफ खून ही खून बह रहा था। ये मंजर एक मां और पिता के लिए कितना भयावह हो सकता है, इसका अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल है। पुलिस के पहुंचने के बाद शव हटा गए, लेकिन खून के दाग हर तरफ नजर आ रहे थे।

शनिवार शाम को और रविवार को पूरे दिन हुई बारिश ने खून के दाग भी धो दिए। लेकिन मां शारदा देवी को अब भी हर तरफ घर में खून ही खून नजर आता है। कभी दहाड़े मारकर रोने लगती है तो कभी आंगन में बेसुध होकर गिर जाती है। उनकी आंखें में वहीं खून का मंजर तैर रहा है।

पिता सुभाष का हाल भी कुछ ऐसा ही है। तीन बेटे, बहू और दामाद को खोने के बाद वे बेसुध से हो गए हैं। उनके गले से जैसे आवाज ही चली गई है। वे कहते हैं कि जैसे ही घर के अंदर जाता है आंगन में खून से लथपथ अपनों के शव नजर आते हैं। वे कहते हैं कि जब तक सांस है वह कभी शनिवार का वह मनहूस दिन भूल नहीं पाएंगे।
मासूम बच्चों का आखिर क्या है दोष
शिववीर ने पांच लोगों की हत्या कर खुद भी गोली मारकर खुदकुशी कर ली। वहीं पत्नी डॉली का अस्पताल में उपचार चल रहा है। ऐसे में शिववीर के दोनों मासूम बच्चे अब दादा-दादी के सहारे ही हैं। रविवार को जब बच्चे दादी के पास पहुंचे तो उन्होंने बच्चों से मुंह फेर लिया।
उनका कहना था कि जिसने पूरा वंश खत्म कर दिया ये उसी हत्यारे के बच्चे हैं। लेकिन बच्चों को तो इसका आभास ही नहीं है कि उनके पिता ने क्या किया है। हालांकि बाद में जब इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने दादी शारदा देवी को समझाया तो उन्होंने बच्चों को अपने गले लगाया।
मैनपुरी में छोटे दो भाइयों, नवविवाहिता और बहनोई समेत पांच की गला काटकर हत्या
मैनपुरी के किशनी गांव के गोकुलपुर अरसारा में शनिवार की सुबह बड़े भाई ने दो छोटे भाइयों, नवविवाहित बहू, भाई के दोस्त सहित पांच लोगों की फरसा से काट कर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी और मामी पर भी हमला किया। लेकिन दोनों किसी तरह बच गईं। पिता ने रोका तो उनके हाथ में भी फरसा मार दिया। वह भी घायल हुए हैं।
हत्याओं को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पिता ने कहा कि कर्ज न चुका पाने पर मानसिक रूप से परेशान था, इसीलिए हत्याकांड को अंजाम दिया है। हत्याकांड से गोकुलपुर गांव दहल गया। एडीजी और आईजी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर स्थिति की जानकारी ली। एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि जब तक घायलों को होश नहीं आ जाता तब तक हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सकता। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
थाना क्षेत्र के गाव गोकुलपुर अरसारा निवासी सुभाष चंद्र के तीन पुत्रों में सबसे बड़ा शिववीर यादव (28) पुणे में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। भाई सोनू की शादी में शामिल होने के लिए गांव आया था। जनपद इटावा के गांव गंगापुर से भाई की बरात बहू सोनी (20) को विदा करा कर शुक्रवार को घर लौटी थी।
दिन भर शादी की रस्में चलीं, रात को एक बजे तक डीजे बजा और खूब नाच गाना हुआ। इस बीच शिववीर ने कोल्डड्रिंक भी पिलाई। इसके कुछ देर बाद ही सभी लोग सोने के लिए चले गए। शिववीर ने छत पर सो रही नवविवाहित बहू सोनी पर फरसा से वार कर मौत के घाट उतार दिया। पास ही सो रहे उसके पति मझले भाई सोनू (24) पर फरसा से कई वार कर हत्या कर दी।
इसके बाद नीचे आकर आंगन में सो रहे छोटे भाई भुल्लन (22), बहनोई सौरभ (23) निवासी चांदा हविलिया थाना किशनी और भुल्लन के दोस्त दीपक उपाध्याय (20) निवासी फिरोजाबाद की गला काट कर हत्या कर दी। गुस्से में आरोपी ने घर के बाहर सो रही पत्नी डॉली और मामी सुषमा पत्नी विनोद निवासी नगला रामलाल थाना भरथना जनपद इटावा पर हमला किया।
इस बीच वह लोग जाग गए और शोर मचा दिया। सुबह करीब चार से पांच बजे के बीच हुए इस घटनाक्रम के बाद आरोपी ने घर के पीछे जाकर तमंचा से खुद के सिर में गोली मार कर खुदकुशी कर ली। गोली चलने की आवाज और परिजन की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए। पांच लोगों की हत्या से गांव के लोग दहल उठे।
एडीजी राजीव कृष्ण और आईजी आगरा जोन दीपक कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जानकारी जुटाई। एसपी विनोद कुमार सहित कई थानों की फोर्स गांव पहुंच गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं मृतक की पत्नी व मामी की हालत गंभीर है।

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