प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मिस्र की राजधानी काहिरा के बाहरी इलाके में स्थित गीजा के पिरमिड का दौरा किया। ये पिरामिड दुनिया के सात अजूबों में शामिल हैं। उनकी अगवानी मिस्र के पीएम मुस्तफा मैडबौली ने की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया है कि भारत मिस्र के दार-अल-इफ्ता में सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) में उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) की स्थापना करेगा। दार-अल-इफ्ता मिस्र के सामाजिक न्याय मंत्रालय के अंतर्गत इस्लामी कानूनी अनुसंधान की एक सलाहकार संस्था है। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने मिस्र के प्रमुख मुफ्ती डॉ. शावकी इब्राहिम अब्देल-करीम आलम से शनिवार को मुलाकात के दौरान सामाजिक सदभाव को बढ़ाने, अतिवाद व कट्टरपंथ से निपटने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
इस दौरान, प्रमुख मुफ्ती ने भारत और मिस्र के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों तथा लोगों के बीच संपर्क पर चर्चा की। उन्होंने समावेश व बहुलवाद को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखे गीजा के पिरामिड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मिस्र की राजधानी काहिरा के बाहरी इलाके में स्थित गीजा के पिरमिड का दौरा किया। ये पिरामिड दुनिया के सात अजूबों में शामिल हैं। उनकी अगवानी मिस्र के पीएम मुस्तफा मैडबौली ने की। पीएम मोदी ने नील नदी के पश्चिमी तट पर स्थित पठार पर बनाए गए चौथे राजवंश के तीन पिरामिडों को देखा। मोदी ने द ग्रेट पिरामिड ऑफ गीजा के बारे में जानकारी हासिल की, जो मिस्र का सबसे बड़ा पिरामिड है।
दो योग प्रशिक्षकों से भी हुई पीएम की वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के दो प्रमुख युवा योग प्रशिक्षकों रीम जाबक व नाडा एडेल के साथ भी वार्ता की। पीएम ने योग के प्रति प्रतिबद्धता के लिए उनकी प्रशंसा की और भारत आने का न्योता दिया। योग प्रशिक्षकों ने पीएम मोदी को बताया कि मिस्र में योग को लेकर काफी उत्साह है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, नाडा एडेल व रीम जाबक मिस्र में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं।
प्रथम विश्व युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को पीएम मोदी ने हेलियोपोलिस स्मारक पहुंचकर किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मिस्र में हेलियोपोलिस युद्ध कन्निस्तान का दौरा कर प्रथम विश्व युद्ध में मिस्र व फिलिस्तीन में शहीद भारतीय सैनिकों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। यहां बने कॉमनवेल्थ युद्ध स्मारक पर पुष्प अर्पित करने के बाद उन्होंने आगंतुक पुस्तिका में हस्ताक्षर भी किए। इस कब्रिस्तान में हेलियोपोलिस (पोर्ट तौफीक) स्मारक शामिल है, जो भारत के 4 हजार शहीद सैनिकों याद में बना है। हेलियोपोलिस (अदन) स्मारक भी इसके अधीन है जो कॉमनवेल्थ के 600 से ज्यादा शहीद सैनिकों की याद में बना था। विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी ने 4.300 वीर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र व अदन में अपने प्राणों का बलिदान दिया था।