यूपी एटीएस अब हाई रिस्क ऑपरेशन के लिए अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस होगी। स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम को मुहैया कराने के लिए एटीएस मार्केट सर्वे करा रही है। कंपनियों से ईओआई के जरिए 30 जून तक प्रोडक्ट का ब्रोशर और स्पेशिफिकेशन मांगा है।
वीवीआईपी और संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा, आतंकियों से मोर्चा लेने वाले यूपी एटीएस के स्पॉट कमांडो (स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम) को अत्याधुनिक हथियार, उपकरण और एक्सेसरीज मुहैया कराने के लिए कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) मांगा गया है। यूपी एटीएस के डिप्टी एसपी (लाइन) लायक सिंह ने आगामी 30 जून तक कंपनियों से उनके उत्पादों का ब्रोशर और स्पेशिफिकेशन देने को कहा है। साथ ही, इस संबंध में कंपनियों से सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं।
इनके अलावा हैंडग्रेनेड, 84 एमएम सीजीआरएल (रॉकेट लांचर), ड्रोन कैमरा, सी थ्रू वॉल राडार, नाइट विजन गॉगल, नाइट मोनोकुलर, नाइट वेपन साइट, लेजर डिस्टेंस मीटर, एके-47 की टेक्टिकल लाइट, ग्लॉक पिस्टल की लेजर ग्रिप, थर्मल इमेजिंग स्नाइपर नाइट साइट, बॉडीवार्न कैमरा, लाउट हेलर आदि शामिल हैं।
यूपी एटीएस सी थ्रू वॉल राडार खरीदने की तैयारी में है, जिससे आतंकियों का कमांडो की नजरों से बच पाना आसान नहीं होगा। इसकी मदद से दीवार की दूसरी ओर मौजूद लोगों को चिन्हित किया जाएगा। इसका इस्तेमाल कई देशों की सेनाएं करती हैं। वहीं नाइट विजन वाले उपकरणों की मदद से रात में भी हाई रिस्क आपरेशन करने में आसानी होगी और संदिग्धों की हर हरकत पर नजर रहेगी।
यूपी एटीएस ऐसे वाहनों को भी खरीदेगी, जो अचानक हमला होने पर अंदर बैठे कमांडो को सुरक्षित रख सके। गोलियों के अलावा हैंडग्रेनेड से हुए हमले के दौरान भी उनको सुरक्षित रख सके। ऐसे वाहनों में जवाबी फायरिंग के लिए सात गन पोर्ट भी होंगे।