यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष जॉन चैंबर्स ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका में वापस आना सम्मान की बात है। वह डिजिटल इंडिया के साथ प्रत्येक नागरिक के पास लाभ पहुंचाने के मामले में दुनिया भर में हम में से कई लोगों के लिए एक रोल मॉडल रहे हैं।”
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में विभिन्न हितधारकों के साथ संबंध बनाने में सक्षम हैं और उनकी यात्रा एक मजबूत संदेश देती है कि द्विपक्षीय संबंध महत्वपूर्ण और 21 वीं सदी की सबसे निर्णायक साझेदारी है। भारत-अमेरिका के एक प्रमुख एडवोकेसी ग्रुप के नेतृत्व ने ये बात कही है। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर हैं। वे 22 जून को राजकीय रात्रिभोज में मोदी की मेजबानी करेंगे। इस यात्रा में 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करना भी शामिल है।
यूएसआईएसपीएफ के चेयरमैन बोले- पीएम मोदी के पास दृष्टि को परिणामों में बदलने की क्षमता
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के चेयरमैन जॉन चैंबर्स ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका में वापस आना सम्मान की बात है। वह डिजिटल इंडिया के साथ प्रत्येक नागरिक के पास लाभ पहुंचाने के मामले में दुनिया भर में हम में से कई लोगों के लिए एक रोल मॉडल रहे हैं।” उन्होंने कहा, ‘मोदी अमेरिका में विभिन्न हितधारकों के साथ संबंध बनाने में सक्षम हैं और हमेशा जीत के पहलू पर ध्यान केंद्रित करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी में आशा को उम्मीद में बदलने, उम्मीद को दृष्टि देने और दृष्टि को परिणामों में बदलने की क्षमता है, जिनसे लाभ हासिल होता है। मैं प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए सुनने के लिए उत्सुक हूं।
भारत और अमेरिका की साझेदारी 21वीं सदी में सबसे ज्यादा निर्णायक
कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का मोदी का निमंत्रण उन्हें ऐसे विश्व नेताओं में से एक बनाता है, जिन्हें दो अलग-अलग अवसरों पर कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का मौका दिया गया है। मोदी की अमेरिका यात्रा से खुश और सम्मानित महसूस कर रहे यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि यह ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण राजकीय यात्रा एक मजबूत संदेश देती है कि अमेरिका-भारत संबंध महत्वपूर्ण और निर्णायक है तथा 21वीं सदी की सबसे निर्णायक साझेदारी है।
दो लोकतंत्र एक समान दृष्टिकोण को करते हैं साझा
उन्होंने कहा, ”मोदी की राजकीय यात्रा रणनीतिक साझेदारी की मजबूती की पुष्टि करेगी और रक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में हमारे संबंधों को मजबूत करेगी। यह संबंध इस अवधारणा से सबसे अच्छा प्रतीक है कि ये दो लोकतंत्र हैं जो एक समान दृष्टिकोण साझा करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी में विभिन्न वर्गों की हस्तियों से मुलाकात करेंगे। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने सोमवार को नई दिल्ली में कहा कि इसमें कुछ प्रमुख कंपनियों के सीईओ भी शामिल होंगे।