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छह साल में बदल गया ढांचा, हर विद्यार्थी के लिए सुलभ हुई शिक्षा

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मेधावी छात्र सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने बुधवार को विभिन्न बोर्ड के कक्षा 10 और 12 के मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कहा कि 6 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षाओं में नकल के लिए बदनाम था। पूरा साल परीक्षा और परिणाम में ही निकलता था। सरकार बनते ही मैंने लक्ष्य दिया कि एक माह में परीक्षा और परिणाम दोनों आने चाहिए। इस पर 15 दिन के भीतर परीक्षा हुई और 14 दिन के भीतर परिणाम घोषित किया गया। पारदर्शिता से परीक्षा कराई गई। यही रिफार्म है। अब सत्र समय से चलेगा। हमने सामान्य प्रश्न पत्र बनवाया।

माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में विभाग ने 30 साल का रिकॉर्ड तोड़ा और बिना पेपर लीक, बिना किसी गड़बड़ी के नकलविहीन और तनावविहीन परीक्षा का आयोजन किया है। 15 दिन में परिणाम देकर विभाग ने 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। 56 लाख विद्यार्थियों का मूल्यांकन बड़ा काम है। गुलाब देबी अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान समारोह को बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के रूप में एक दूरदर्शी निर्णय लेने वाला नेतृत्व उत्तर प्रदेश को मिला है। उनके नेतृत्व में माध्यमिक शिक्षा विभाग में काफी बदलाव व उन्नति हुई है। आज परीक्षाएं नकलविहीन हो रही हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने शिक्षा में सुधार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए हैं। एक जिला एक मेडिकल कॉलेज की दिशा में बहुत आगे तक बढ़ गए हैं। सरकारी विद्यालयों को कान्वेंट स्कूलों की टक्कर का बनाया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि छात्रों को प्रदेश में ही विश्वस्तीय शिक्षा मिल सके।

प्रदेश के मेधावियों का सौभाग्य है कि वह देश के अमृतकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे हैं। सरकार शिक्षा को हर एक विद्यार्थी के लिए सुलभ बनाने के लिए प्रयास कर रही है। बेसिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा की दिशा में अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं। मेधावियों को ऐसा प्लेटफार्म दिया जाएगा जीवन की उड़ान में और अधिक ऊंचाइयों पर जाएंगे।

प्रदेश सरकार शिक्षा को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मेधावियों को एक-एक लाख रुपये, टैबलेट और मेडल दिया गया है।सम्मान समारोह भी सराहनीय कदम है। प्रदेश में बच्चों को शिक्षा के लिए अच्छा माहौल दिया जा रहा है। परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प किया जा रहा है। स्कूलों में बच्चों को पाठ्यपुस्तकें निशुल्क वितरित हो चुकी है। परिषदीय स्कूलों में नामांकन 1.95 करोड़ से अधिक हो गया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भी शिक्षा के उत्थान के लिए काम शुरू हो गए हैं।

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