ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद सेंथिल बालाजी को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ईडी ने कोर्ट को बताया कि सेंथिल बालाजी जांच के दौरान सहयोग नहीं कर रहे हैं और ईडी के अधिकारियों पर चिल्ला भी रहे हैं।
डीएमके सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी की ईडी द्वारा गिरफ्तारी से राज्य की सियासत गरमा गई है। भाजपा भी डीएमके पर हमलावर हो गई है। बता दें कि सेंथिल बालाजी के खिलाफ कार्रवाई के बाद तमिलनाडु सरकार आदेश दिया है कि राज्य सरकार की अनुमति के बाद ही सीबीआई राज्य में जांच कर पाएगी। इसे लेकर भाजपा ने सीएम स्टालिन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
भाजपा ने सीएम स्टालिन पर लगाए गंभीर आरोप
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘अप्रैल में तमिलनाडु बीजेपी ने आरोप लगाया था कि एक मेट्रो कॉन्ट्रैक्ट के बदले सीएम स्टालिन को 200 करोड़ रुपए मिले थे। अब लग रहा है कि तमिलनाडु सीएम को लगता है कि सीबीआई उनका दरवाजा भी खटखटा सकती है। यही वजह है कि तमिलनाडु में बिना राज्य सरकार की सहमति के सीबीआई जांच पर रोक लगा दी गई है।’
वहीं ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद सेंथिल बालाजी को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ईडी ने कोर्ट को बताया कि सेंथिल बालाजी जांच के दौरान सहयोग नहीं कर रहे हैं और ईडी के अधिकारियों पर चिल्ला भी रहे हैं। बालाजी पर आरोप है कि जब वह एआईएडीएमके सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री थे तो उनके और उनकी पत्नी के बैंक खातों में 1.60 करोड़ रुपए जमा हुए थे। ईडी ने बताया कि सेंथिल उनके बैंक खातों में जमा हुई रकम के स्त्रोत का कोई सबूत नहीं दे सके हैं।