अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर माफिया खान मुबारक (45) की इलाज के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह लंबे समय से निमोनिया की बीमारी से पीड़ित था। सोमवार सुबह उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। खान मुबारक पर हत्या, रंगदारी व लूट के 43 संगीन मामले दर्ज थे।
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर माफिया खान मुबारक (45) का शुरुआती जीवन सामान्य रहा, लेकिन जब वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने पहुंचा तो वह जुर्म की दुनिया में आ गया। खान मुबारक ने क्रिकेट मैच के दौरान रन आउट देने पर अंपायर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लूट, हत्या और डकैती पेशा बन गया। इसके बाद साल 2006 में खान मुबारक का नाम कथित तौर पर एक डाकखाने की डकैती में सामने आया। फिर खान मुबारक की अदावत मुन्ना बजरंगी के साथ बढ़ी। हालांकि, खान मुबारक उन दिनों अपने बड़े भाई जफर सुपारी के साथ जुड़ चुका था।
खान मुबारक का नाम तब तेजी से सामने आया जब मुंबई में 2006 में काला घोड़ा हत्याकांड हुआ। छोटा राजन गिरोह ने दिनदहाड़े इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया था। इसमें खान मुबारक ने कई साथियों के साथ मिलकर एक पुलिस वैन में बंद दो आरोपियों को गोलियों से भून दिया था।
इस मामले के बाद साल 2007 में एक कैश वैन लूटकांड में एसटीएफ ने खान मुबारक को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में पूछताछ के दौरान खान मुबारक ने काला घोड़ा हत्याकांड का खुलासा किया था।
इस मामले के बाद साल 2007 में एक कैश वैन लूटकांड में एसटीएफ ने खान मुबारक को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में पूछताछ के दौरान खान मुबारक ने काला घोड़ा हत्याकांड का खुलासा किया था।
पांच साल नैनी जेल में भी रहा था खान मुबारक
साल 2007 में कैश वैन लूट कांड में खान मुबारक पांच साल नैनी जेल में बंद रहा। जब 2012 में बाहर आया तो फिर से आंबेडकर नगर में रंगदारी और वसूली का काम शुरू किया। वहीं शूटर ओसामा की हत्या में नाम सामने आया। इसके बाद खान मुबारक ने जिले के भट्ठा कारोबारी ऐनुद्दीन की मौत हो गई।
साल 2007 में कैश वैन लूट कांड में खान मुबारक पांच साल नैनी जेल में बंद रहा। जब 2012 में बाहर आया तो फिर से आंबेडकर नगर में रंगदारी और वसूली का काम शुरू किया। वहीं शूटर ओसामा की हत्या में नाम सामने आया। इसके बाद खान मुबारक ने जिले के भट्ठा कारोबारी ऐनुद्दीन की मौत हो गई।
इस मामले सहित कई अन्य केस में भी खान मुबारक जेल गया लेकिन सबूत और गवाह न मिलने पर 2016 में बाहर आ गया। साल 2017 में बसपा नेता जुरगाम मेहंदी पर जानलेवा हमला कराया, इसमें मेहंदी को आधा दर्जन गोली लगी पर किस्मत से वह बच गए।
इसके बाद उसे लखनऊ से यूपी एसटीएफ ने खान मुबारक को अरेस्ट कर लिया गया। फिर एक साल बाद 2018 में जुरगाम मेंहदी पर फिर हमला हो गया और मेहंदी की मौत हो गई। कथित तौर पर खान मुबारक को इस हत्या का जिम्मेदार माना गया था।
इसके बाद उसे लखनऊ से यूपी एसटीएफ ने खान मुबारक को अरेस्ट कर लिया गया। फिर एक साल बाद 2018 में जुरगाम मेंहदी पर फिर हमला हो गया और मेहंदी की मौत हो गई। कथित तौर पर खान मुबारक को इस हत्या का जिम्मेदार माना गया था।
आपको बता दें कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर माफिया खान मुबारक (45) की इलाज के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह लंबे समय से निमोनिया की बीमारी से पीड़ित था। सोमवार सुबह उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। खान मुबारक पर हत्या, रंगदारी व लूट के 43 संगीन मामले दर्ज थे। माफिया की मौत के बाद पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।
जनपद आंबेडकर नगर के हरसम्हार गांव निवासी खान मुबारक अंडरवर्ल्ड डॉन जफर सुपारी का छोटा भाई था। वह साल 2022 में हरदोई जेल लाया गया था। यहां आने के बाद से वह बीमार चल रहा था। खान प्रयागराज विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान ही अपराध की दुनिया में आया था।
खान मुबारक डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर में शामिल था। छोटा राजन ने उसके साथ मिलकर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खिलाफ एक गैंग बनाया था। जिसकी कमान खान मुबारक को दी गई थी। खान ललितपुर जिला कारागार में सितंबर 2020 से सितंबर 2021 तक बंद रहा। इसके बाद लखनऊ और फिर महाराजगंज जिला जेल भेजा गया।
इसके बाद उसे हरदोई की जेल में शिफ्ट किया गया था। सूत्र बताते हैं कि हरदोई जेल आने के समय से ही वह बीमार चल रहा था। लखनऊ में कोर्ट परिसर में माफिया संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या के बाद से उसकी बेचैनी और तबीयत तेजी से बिगड़ती गई। डिप्टी सीएमओ डॉ. पंकज मिश्रा ने बताया कि निमोनिया की बीमारी से वह लंबे समय से परेशान था। सोमवार को हार्ट अटैक होने से खान मुबारक की मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो गई है।