पेपर लीक मामले में जमानत पर चल रहे आरोपी भाई और बहन गोपाल सिंह और नीतू डोगरा को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को फिर से विजिलेंस थाना हमीरपुर में पूछताछ के लिए तलब किया।
पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में जमानत पर चल रहे आरोपी भाई और बहन गोपाल सिंह और नीतू डोगरा को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को फिर से विजिलेंस थाना हमीरपुर में पूछताछ के लिए तलब किया। दोनों आरोपियों से दो घंटे तक लंबी पूछताछ हुई। जांच के दौरान एक आरोपी के खाते में जमा हुई लाखों की बड़ी रकम भी संदेह के दायरे में है। एसआईटी ने इस रकम के बारे में भी पूछताछ की, लेकिन दोनों को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। दोनों बार-बार बयान बदलने का प्रयास करते रहे। ऐसे में एसआईटी को शक है कि कहीं यह राशि पेपर लीक करने के एवज में ऐंठी गई राशि तो नहीं?
पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में एसआईटी ने 11 मार्च 2023 को मामला दर्ज किया था। इसके बाद 28 अप्रैल 2023 को आरोपी भाई और बहन को एसआईटी ने हमीरपुर वार्ड नंबर सात उनके आवास से गिरफ्तार किया। पुलिस और न्यायिक हिरासत में रहने के बाद 24 मई को गोपाल सिंह को, जबकि 31 मई को नीतू डोगरा को जिला सत्र न्यायालय हमीरपुर से जमानत मिली थी। पेपर लीक मामले की अन्य परतें खुलने के बाद दोनों को शुक्रवार को फिर से पूछताछ के लिए विजिलेंस थाना में तलब किया गया।
जेओए आईटी पेपर लीक मामले में यह लोग भी हैं नामजद
पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में एसआईटी ने निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के अलावा दो चपरासियों किशोरी लाल, मदन लाल, उनके बेटे और भतीजे विशाल चौधरी व दिनेश कुमार, दलाल सोहन सिंह, सोहन की पत्नी शैलजा, उमा की भांजी ममता उर्फ सोनिया के खिलाफ मामला दर्ज है। दोनों चपरासी, उमा आजाद और दलाल अभी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि अन्य को जमानत मिल चुकी है।
पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में जमानत पर रिहा हो चुके गोपाल सिंह और नीतू डोगरा को शुक्रवार को पूछताछ के लिए विजिलेंस थाना बुलाया गया था। कुछ पैसों का लेनदेन भी जांच-पड़ताल में सामने आया है।