प्रभारी निरीक्षक विकासनगर तेज बहादुर सिंह के मुताबिक, सीतापुर रोड खदरा हसनगंज निवासी अब्दुर रब हाईकोर्ट में वकील हैं। अब्दुर रब के अनुसार, उनके पिता अब्दुल रऊफ पिछले साल कोविड से संक्रमित हो गए थे। अल्पाइन मेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड कैंसर सेंटर, रिंग रोड विकासनगर में उन्हें भर्ती कराया गया। इसके निदेशक डॉ. राशिद हैं। 12 अप्रैल से अस्पताल में इलाज शुरू हुआ और 16 अप्रैल को पिता की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस दौरान अस्पताल के निदेशक डॉ. राशिद ने पिता के इलाज के सुपरविजन के लिए सुपरवाइजर सत्यवान यादव व महबूब को लगा रखा था। आरोप है कि इस दौरान इलाज और दवाओं के नाम पर 9.50 लाख रुपये लिए गए। इसके अलावा रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर अलग से 1.50 लाख रुपये वसूले गए।
आरोप है कि जब वह पिता के पास पहुंचे तो उनका ऑक्सीजन मॉस्क जमीन पर फेंका गया था। अस्पताल के निदेशक व सुपरवाइजरों पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाते हुए विकासनगर थाने में तहरीर दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर उन्होंने कोर्ट में अर्जी डाली जिस पर कोर्ट ने आदेश किया। इसके बाद पुलिस ने करीब 15 माह बाद अस्पताल संचालक व दो सुपरवाइजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।