5 जून को एक फर्जी आदेश वायरल हुआ था, जिसमें नर्सिंग अधिकारियों को जूनियर एमबीबीएस डॉक्टरों के समान दर्जा देने की बात कही गई थी। इसे आईएनसी ने संज्ञान लेकर राज्यों को पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
नर्सिंग अधिकारियों को जूनियर एमबीबीएस डॉक्टर का दर्जा नहीं मिलेगा। इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी) ने वायरल फर्जी आदेश को संज्ञान लेकर इस संबंध में राज्यों को पत्र भेजा है। 5 जून को सोशल मीडिया पर आईएनसी सचिव के हस्ताक्षर से एक फर्जी आदेश वायरल हुआ था।
उसमें नर्सिंग अधिकारियों को जूनियर एमबीबीएस डॉक्टरों के समान दर्जा देने की बात कही गई थी। इसे आईएनसी ने संज्ञान लेकर राज्यों को पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। साथ ही नर्सिंग अधिकारियों को जूनियर एमबीबीएस डॉक्टर का दर्जा देने पर कोई विचार भी नहीं किया जा रहा है।इंडियन नर्सिंग काउंसिल के सचिव ले.नि. डॉ. सर्वजीत कौर (सेनि.) ने बृहस्पतिवार को राज्यों को पत्र जारी कर सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी आदेश से फैली भ्रांति की स्थिति को स्पष्ट कर दिया। उन्होंने पत्र में कहा कि फर्जी आदेश वायरल करने वाले व्यक्ति का पता लगाया जा रहा है। पता लगते ही उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।