भोजन हमारी मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। यह हमारे शरीर का ईंधन है जो जीवन शक्ति और कार्य करने की क्षमता प्रदान करता है। शरीर के लिए भोजन जितना आवश्यक है उतना ही आवश्यक है इसकी पौष्टिकता और स्वच्छ तरीके से इसका सेवन। स्वस्थ और पौष्टिक आहार हमारे ऊर्जावान और बेहतर तरीक से काम करने में मदद करता है, हालांकि अगर दूषित, एक्सपायर्ड है या फिर भोजन के रखरखाव में कोई समस्या है तो इसके कारण कई प्रकार की बीमारियों का जोखिम हो सकता है। खाद्य मानकों पर ध्यान आकर्षित करने, स्वस्थ और स्वच्छ आहार के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है, ताकि हम जो खा रहे हैं वह सुरक्षित हो और हमें बीमार न करे। डॉक्टर्स बताते हैं, पेट की कई बीमारियों के लिए सीधे तौर पर आहार की गुणवत्ता इसके दूषित होने को ही प्रमुख कारण माना जा सकता है। हैजा, टाइफाइड, दस्त और फूड पॉइजनिंग जैसी स्वास्थ्य समस्याएं इसका एक उदाहरण हैं।
आइए जानते हैं कि स्वस्थ और सुरक्षित भोजन के लिए सभी लोगों को किन बातों पर विशेष ध्यान देते रहना चाहिए?
क्या कहती हैं आहार विशेषज्ञ?
अस्वास्थ्यकर और असुरक्षित खाद्य पदार्थ कई सारी बीमारियों का कारण बनते हैं, इन दिनों कई राज्यों में टाइफाइड के मामले बढ़ रहे हैं, यह भी इसी का उदाहरण है। इसके अलावा गर्मी के दिनों में भोजन के रखरखाव में होने वाली दिक्कतों के कारण फूड पॉइजनिंग के मामले बढ़ जाते हैं जो कुछ स्थितियों में गंभीर समस्याओं का भी कारण बन सकते हैं।इसके लिए जरूरी है कि हम दैनिक जीवन में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें, ये स्वस्थ और सुरक्षित आहार को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है
खाने से पहले हाथों की स्वच्छता जरूरी
हैंड हाइजीन हमारी सेहत के लिए बहुत आवश्यक है। जब बात भोजन के स्वच्छता की आती है तो यह और भी आवश्यक हो जाता है। अगर आप बिना हाथ धोए भोजन या कुछ भी खाते हैं तो हाथों में मौजूद बैक्टीरिया पेट में जा सकते हैं, जिससे दस्त और पाचन से संबंधित कई अन्य प्रकार की बीमारियों का जोखिम रहता है।
सुनिश्चित करें कि भोजन करने से पहले हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 30 सेकंड तक धोएं। हाथों के अलावा जो सब्जियां-फल बाजार से लाते हैं उन्हें भी अच्छी तरह से धोकर ही सेवन करें।
अधपकी चीजों से बनाएं दूरी
भोजन के सही पाचन के लिए जरूरी ही कि उसे अच्छी तरह से पकाया गया हो। भोजन को अच्छे से पकाने से बैक्टीरिया और अन्य रोगजनकों का जोखिम को हो जाता है। विशेषकर मांस-मछली आदि में इस बात का ध्यान रखें। अधपकी चीजें खाने से दस्त-पेट की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। कच्ची चीजों को पचाने के लिए आंतों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है और ऐसे में शरीर को आहार से पर्याप्त पोषक तत्व भी नहीं मिल पाता है।
फूड पॉइजिंग से बचाव करें
फूड पॉइजिंग का मतलब है कि आपने जो भोजन किया है वह दूषित था और इसमें बैक्टीरिया हो सकती है। फूड प्वाइजनिंग एक प्रकार की खाद्य जनित बीमारी है, भोजन के रखरखाव में गड़बड़ी, बासी खाना खाने या भोजन पर मक्खियां आदि बैठने के कारण यह हो सकता है। इससे बचाव के लिए भोजन का रखरखाव ठीक से करें, भोजन तैयार करने और खाने से पहले हाथों को धोएं। हानिकारक जीवाणुओं को मारने के लिए भोजन को सुरक्षित और अच्छे तरीके से पकाएं।