सऊदी अरब ने यह घोषणा कच्चे तेल निर्यातक देशों के 13 सदस्यीय संगठन (ओपेक) और रूस के नेतृत्व में इसके 10 भागीदारों की बैठक के बाद की है। विश्लेषकों के मुताबिक, सऊदी के उत्पादन में कटौती का फैसला सभी के लिए चौंकाने वाला है।
दुनिया भर में मंदी की आशंका के बावजूद कीमतों को बढ़ाने के लिए सऊदी अरब तेल उत्पादन में रोजाना दस लाख बैरल की और कमी करेगा। इससे सोमवार को कच्चे तेल की कीमतें दो फीसदी उछल गईं और ब्रेंट क्रूड 78.73 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
सऊदी अरब ने यह घोषणा कच्चे तेल निर्यातक देशों के 13 सदस्यीय संगठन (ओपेक) और रूस के नेतृत्व में इसके 10 भागीदारों की बैठक के बाद की है। विश्लेषकों के मुताबिक, सऊदी के उत्पादन में कटौती का फैसला सभी के लिए चौंकाने वाला है। सऊदी अरब ने फैसला किया है कि वह साल 2024 तक प्रति दिन 5 लाख बैरल कटौती को आगे बढ़ाएगा।
अप्रैल में ओपेक के कई सदस्य उत्पादन में 10 लाख बैरल प्रतिदिन से अधिक की कटौती करने पर सहमत हुए थे। वहीं, एक और कटौती भारत जैसे आयातक देशों के लिए परेशानी बढ़ा सकती है, क्योंकि सस्ते क्रूड के बाद भारत में उम्मीद थी कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती होगी। ऐसे में भारत में ईंधन की कीमत समीक्षा में देरी होगी। भारत में 14 माह से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं। इस समय दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये लीटर है।
विप्रो के 12 हजार करोड़ के बायबैक को मंजूरी
आईटी कंपनी विप्रो के 12,000 करोड़ रुपये के शेयरों को फिर से खरीदने की बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। कंपनी 26.96 करोड़ शेयर 445 रुपये के भाव से खरीदेगी। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष में 11,350 करोड़ का फायदा हुआ था।
कंपनियों ने जुटाए 63,300 करोड़
शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों ने अप्रैल में 63,300 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें से 55,462 करोड़ डेट से और 7,816 करोड़ इक्विटी बाजार से जुटाए गए हैं। अप्रैल, 2022 में इक्विटी से 19,558 करोड़ व डेट से 14,750 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।