माइक पेंस पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति के रूप में काम कर चुके हैं और ट्रंप के कट्टर समर्थक रहे हैं। अब अमेरिका की सबसे पुरानी पार्टी में ट्रंप को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी में उम्मीदवार के लिए कई नाम सामने आए हैं। अब पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने रिपब्लिकन की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए दावा पेश किया है। पेंस ने स्थानीय समयाुनसार सोमवार को नामांकन के लिए कागजी कार्रवाई पूरी की। पेंस की दावेदारी से रिपब्लिकन पार्टी के भीतर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने का एक और चुनौती खड़ी गई है। ट्रंप से उनका सीधा सामना हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेंस बुधवार को औपचारिक रूप से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करने के साथ अपने अभियान की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं। माइक पेंस पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति के रूप में काम कर चुके हैं और ट्रंप के कट्टर समर्थक रहे हैं। अब अमेरिका की सबसे पुरानी पार्टी में ट्रंप को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
पेंस पिछले कई महीनों से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने के संकेत देते रहे हैं। अब उन्हें रिपब्लिकन के प्राथमिक मतदाताओं के साथ ट्रंम का मुकाबला करना होगा। साथ ही मतदाताओं को यह विश्वास दिलाना होगा कि वह ट्रंप से बेहतर विकल्प हैं, जिन्हें 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माइक पेंस ने सार्वजनिक रूप से ट्रंप के इस दावे की आलोचना की कि पेंस के पास 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने का अधिकार था, लेकिन उन्होंने उनका साथ नहीं दिया और बार-बार कहा कि उन्हें उनके प्रशासन के रिकॉर्ड पर गर्व है। 63 वर्षीय पूर्व सांसद और इंडियाना के गवर्नर रह चुके पेंस को 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के बाद डोनाल्ड ट्रंप के डिप्टी के रूप में चुना गया था, क्योंकि उन्होंने पार्टी के भीतर सामाजिक रूप से रूढ़िवादी आधार को बढ़ाने में ट्रंप की की मदद की थी।