शोधकर्ता कहते हैं, मांसाहार जैसे चिकन-अंडे या रेड मीट निश्चित ही आयरन, प्रोटीन जैसे तत्वों से भरपूर होते हैं पर दीर्घकालिक रूप में प्लांट बेस्ड डाइट लेने वालों में गंभीर रोगों के विकसित होने का जोखिम कम देखा गया है।
मांसाहार और शाकाहारी भोजन, कौन से अधिक लाभकारी हो सकते हैं, यह जानने के लिए शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया, जिसमें पाया गया कि मांस खाने वालों की तुलना में, शाकाहारी या प्लांट बेस्ड डाइट का पालन करने वाले लोगों के ब्लड में फैट या किसी जमाव का जोखिम कम पाया गया। यह धमनियों को अवरुद्ध होने से बचा सकता है, जिससे संभवतः हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी समस्याओं का जोखिम कम होता है। मसलन शाकाहारी आहार का पालन करके आप हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं।

इसमें शोधकर्ताओं ने बताया कि वैश्विक स्तर पर प्लांट बेस्ड डाइट से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के कारण इसकी मांग काफी तेजी से बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोगों ने या तो मांसाहार से दूरी बनाई है या फिर इसे कम किया है।साल 1982 से 2022 के बीच किए गए इस शोध में लोगों की आहार प्रणाली का बारीकी से अध्ययन किया गया।


कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और अध्ययन के लेखक रूथ फ्रिकके ने एक समाचार विज्ञप्ति में कहा, “शाकाहारी और प्लांट बेस्ड डाइट का पालन करने वालों में धमनियों में ब्लॉकिंग का कारण बनने वाले लिपोप्रोटीन करीब 14% कम देखे गए हैं। इस तरह का डाइट प्लान हृदय रोगियों के लिए कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं के सेवन करने जितना प्रभावी है। पांच साल तक पौधे आधारित आहार का पालन करने वाले किसी व्यक्ति में हृदय रोगों का जोखिम 7% तक कम हो सकता है।
जिस प्रकार से वैश्विक स्तर पर हृदय रोगों के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में डाइट में यह बदलाव आपको गंभीर रोगों से बचाने में लाभकारी हो सकता है।
