भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात जून से लंदन के ओवल मैदान में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। इसके लिए दोनों टीमें लंदन पहुंच चुकी हैं। इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों का प्रदर्शन शानदार रहा है। जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम 66.67 प्रतिशत के साथ अंक तालिका में पहले स्थान पर रही, वहीं टीम इंडिया 58.8 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रही। ऐसे में दोनों टीमें अब टेस्ट चैंपियन बनने के लिए भिड़ेंगी। भारत का यह लगातार दूसरा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल होगा। 2021 में टीम इंडिया को WTC के फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1959 से टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं। यह दोनों टीमें जब भी मैदान में उतरती हैं तो मैच में रोमांच के साथ-साथ कई विवाद भी देखने को मिलते हैं। टीम इंडिया जब 2020 में ऑस्ट्रेलिया गई थी तो उन पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगाया था। वहीं, इस साल जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत आई थी तो हार से बौखला कर रवींद्र जडेजा पर बेईमानी का आरोप लगाया था।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच कोई विवाद हुआ है, इससे पहले भी कई बार दोनों टीमें आपस में उलझी हैं। ऐसे में आइए जानते हैं भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए चर्चित विवादों के बारे में…
1. कप्तान गावस्कर ने गुस्से में छोड़ दिया मैदान
1981 में भारतीय टीम सुनील गावस्कर की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। मेलबर्न में खेले गए रोमांचक टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की थी। हालांकि यह मैच गावस्कर के गुस्से की वजह से भी काफी सुर्खियों में रहा। दरअसल डेनिस लिली की गेंद पर अंपायर रेक्स व्हाइटहेड द्वारा आउट दिए जाने के फैसले से गावस्कर बेहद नाराज हो गए और उस वक्त साथ में बल्लेबाजी कर रहे चेतन चौहान को लेकर पवेलियन लौट गए। बाद में हालात को काबू करते हुए टीम प्रबंधन ने चौहान को दोबारा मैदान पर भेजा। वैसे इस पूरे वाकये के बारे में गावस्कर ने बाद में बताया कि उनकी नाराजगी फैसले से नहीं बल्कि लिली द्वारा की गई निजी टिप्पणियों से थी।
2. मैक्ग्रा का बाउंसर और तेंदुलकर एलबीडब्ल्यू आउट
ऑस्ट्रेलिया में 1999-00 में खेली गई सीरीज में सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा के बीच एक जोरदार मुकाबला देखने को मिला था। मैक्ग्रा सचिन के विकेट के लिए उतावले थे और उन्हें आउट करने के लिए पूरी प्लानिंग कर चुके थे। उन्होंने एडिलेड में खेले गए टेस्ट मैच में सचिन को आउट भी किया लेकिन उस आउट ने एक नए विवाद को जन्म दिया। दरअसल मैक्ग्रा ने एक पटकी हुई गेंद फेंकी जिसे सचिन ने बाउंसर समझकर छोड़ना चाहा लेकिन गेंद ने उछाल नहीं लिया और सचिन के कंधे से टकराई। इसपर मैक्ग्रा की अपील पर अंपायर डेरल हार्पर ने सचिन को एलबीडब्ल्यू आउट दिया।
3. द्रविड़ से स्लेटर की बदतमीजी
ऑस्ट्रेलियाई टीम 2001 में भारत के दौरे पर थी और भारतीय टीम पर भारी पड़ी थी। इसी दौरान मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच में आउट के एक फैसले को लेकर विवाद हो गया। दरअसल मैच के दौरान राहुल द्रविड़ ने एक पुल शॉट खेला लेकिन गेंद बल्ले पर सही से नहीं लगी और हवा में उठ गई, जिसे माइकल स्लेटर ने डाइव लगाकर लपक लिया। हालांकि द्रविड़ कैच से संतुष्ट नहीं दिखे और क्रीज पर ही रुके रहे, पूर्व अंपायर एस वेंकटराघवन ने भी उन्हें नॉट आउट करार दिया, यहां तक कि टीवी रिप्ले में भी स्लेटर के कैच पर संशय था। इन सबके बीच स्लेटर ने अंपायर से बहस करना शुरू कर दिया और द्रविड़ को भी अपशब्द कहे। बाद में स्लेटर के बर्ताव के लिए उनपर जुर्माना लगाया गया।
4. हरभजन-सायमंड्स मंकीगेट विवाद
2008 का भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा कई वजहों से विवादों में रहा। खराब अंपायरिंग, निजी टिप्पणियां जैसे कई वाकये ऐसे हुए जिसने पूरे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया। इसमें ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू सायमंड्स और भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह के बीच की बहस ने ज्यादा माहौल खराब किया। नौबत यहां तक आ गई थी कि बीसीसीआई ने दौरे को बीच में ही खत्म करने की धमकी दे डाली। दरअसल सायमंड्स ने यह आरोप लगाया कि हरभजन ने उन्हें मंकी (बंदर) कहा था और यह नस्लभेदी टिप्पणी है। मामला सिडनी कोर्ट तक पहुंचा जहां आरोपों की जांच के लिए एक अनुशासनात्मक पैनल का गठन किया गया। इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भज्जी के बारे में उल्टी-सीधी बातें लिखी। पूरे मामले में हरभजन पर पहले तीन टेस्ट मैच का बैन लगा जिसे बाद में हटा लिया गया।
5. वॉटसन-गंभीर विवाद
साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया टीम भारत दौरे पर थी। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान गौतम गंभीर और शेन वॉटसन की बहस को कोई नहीं भूल सकता। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज शेन वॉटसन बॉलिंग कर रहे थे। गंभीर ने शॉट मारा और वह रन लेने भाग पड़े। पहला रन लेते समय वॉटसन ने गंभीर से कुछ कह दिया, बस फिर क्या दूसरा रन लेते समय गंभीर ने अपनी कोहनी वॉटसन के सीने पर मार दी। हालांकि बाद में गंभीर ने इस एक एक्सीडेंट बताया लेकिन आईसीसी ने उनके ऊपर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया था।
6. जब विराट कोहली ने किया अश्लील इशारा
भारत के लिए 2011-12 का ऑस्ट्रेलियाई दौरा किसी भी बुरे सपने से कम ना था। चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम को 4-0 से मिली करारी हार का सामना करना पड़ा था और सीरीज के दौरान विराट कोहली ने कुछ ऐसा किया,जिसकी वजह से यह दौरा सदा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
दरअसल, सीरीज के दूसरे टेस्ट में विराट कोहली ने बीच मैदान पर एक ऐसी हरकत की, जिससे पूरे भारत वर्ष का सिर शर्म से झुक गया। विराट कोहली ने इस मैच में दर्शकों को अश्लील इशारा किया। इस गलत व्यवहार के कारण विराट पर 50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना भी लगाया गया था।
हालांकि, बाद में कोहली ने अपनी बात कहते हुए ट्वीट किया और लिखा, ‘मैं मानता हूं कि क्रिकेट प्लेयर्स को इस तरह की प्रतिक्रियाएं नहीं देनी चाहिए, लेकिन जब दर्शक मैदन पर अपशब्दों का प्रयोग करे तब क्या?’