मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रीतमदास सभागार में आयोजित जागरूकता शिविर में प्रिंसिपल प्रो एसपी सिंह ने कहा कि हीमोफीलिया से जूझ रहे मरीजों को.
प्रयागराजा मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रीतमदास सभागार में आयोजित जागरूकता शिविर में प्रिंसिपल प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि हीमोफीलिया से जूझ रहे मरीजों को अपने जीवन में सतर्क रहने की जरूरत है। वह शरीर के किसी भी हिस्से में चोट लगने की स्थिति से बचें। अस्पताल के मेडिसिन विभाग और हीमोफीलिया सोसाईटी की ओर से आयोजित शिविर में करीब 100 से अधिक मरीजों ने भाग लिया। इसमें मेडिसिन विभाग के डॉ. जितेंद्र शुक्ला, पैथोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. वत्सला मिश्रा, स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. अजय सक्सेना आदि की उपस्थिति रही। चिकित्सकों ने बीमारी से बचाव के नुस्खे बताए वहीं उन्हें फिजोयोथेरेपी से होने वाले इलाज और उसकी बारीकियों से भी अवगत कराया। कहा कि फूलों में पढ़ने वाले बीमारी से ग्रसित बच्चों के अभिभावक हमेशा सतर्क रहें। स्कूल प्रबंधन को बच्चे की बीमारी से सूचना दें तथा उनका बच्चा ज्यादा उछल-कूद न करे इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। इस कार्यक्रम में झुंसी निवासी हीमोफीलिया से जूझ रहे 42 वर्षीय विनय कुमार दुबे ने बताया कि फैक्टर नाइन के इंजेक्शन के लिए मरीजों को जद्दोजहद करनी पड़ती है। सात साल के पीड़ित बच्चे शिवाजी के पिता अवधेश मिश्र का कहना था कि इमरजेंसी में फैक्टर नाइन का इंजेक्शन नहीं मिलने की स्थिति में अस्पताल पहुंचते-पहुंचते हालत गंभीर हो जाती है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह मरीजों को घर में फैक्टर नाइन इंजेक्शन उपलब्ध कराए।