अब खपत करीब 25 हजार मेगावाट से अधिक हो गई है। ऐसे में ग्रामीण इलाके में करीब 30 मिनट की कटौती हो रही है तो लोकल फॉल्ट भी बढ़ गया है।
प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की मांग बढ़ने लगी है। अब खपत करीब 25 हजार मेगावाट से अधिक हो गई है। ऐसे में ग्रामीण इलाके में करीब 30 मिनट की कटौती हो रही है तो लोकल फॉल्ट भी बढ़ गया है। कॉरपोरेशन ने मई माह के अंतिम सप्ताह और जून में 28 हजार मेगावाट तक खपत पहुंचने के मद्देनजर तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि अगले सप्ताह बारिश होने की संभावना है। ऐसे में उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।प्रदेश में एक मई को 14675 मेगावाट बिजली की खपत थी, जो 6 मई को 19680 मेगावाट तक पहुंच गई थी। बिजली की मांग बढ़ती देख पावर कॉरपोरेशन ने मई माह के अंत तक अधिकतम 26 से 27 हजार मेगावाट खपत पहुंचने का अनुमान लगाया था, लेकिन शनिवार को पीक हॉवर में बिजली की खपत करीब 25 हजार मेगावाट तक पहुच गई। ऐसे में ग्रामीण इलाके में विभिन्न स्थानों पर करीब 30 मिनट तक कटौती हुई है। लोकल फॉल्ट भी बढ़ गया है। ऐसे में टीमें अलर्ट कर दी गई हैं। लोकल फॉल्ट को तत्काल दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। यह भी कहा गया है कि जिस इलाके में लोकल फॉल्ट हो, वहां फोन की सुविधा निरंतर रखी जाए ताकि उपभोक्ताओं को सही जानकारी दी जा सके। पावर कॉरपोरेशन ने सभी निगमों को निर्देश दिया है कि मई के अंत और जून के पहले सप्ताह में बिजली खपत 28 हजार मेगावाट तक पहुंच सकती है। इसके मद्देनजर सभी उत्पादन इकाइयां को तैयार रहें। जरूरत के मुताबिक बिजली बैंक से बिजली लेने के लिए मांग पत्र जारी करने का भी निर्देश दिया है।
खपत के साथ बढ़ा उत्पादन
प्रदेश में उत्पादन की स्थिति देखें तो अभी मांग के अनुरूप बनी हुई है। राज्य विद्युत उत्पादन निगम से 4276 मेगावाट बिजली मिल रही है। इसी तरह केंद्र से 11478 मेगावाट, बैकिंग पॉवर से 2556 मेगावाट, एनर्जी एक्सचेंज से 600, जल विद्युत गृह से 220 मेगावाट, को जनरेशन से 200 मेगावाट, बारा, मेजा व अनपरा को मिलाकर 4855 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। इसमें लगातार इजाफा होने से अभी तक अतिरिक्त खरीद की जरूरत नहीं पड़ी है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
प्रदेश में कुछ स्थानों पर लोकल फॉल्ट से समस्या बताई गई है। इसे लेकर लगातार वीडियो कांफ्रेसिंग करके निर्देश जारी किए गए हैं। जितनी मांग है, उसके अनुसार बिजली की पर्याप्त व्यवस्था है। आगे भी मांग के अनुसार व्यवस्था की जा रही है। आगे बारिश की संभावना है। ऐसे में उपभोक्ताओं को बिजली समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।