यूपी के निवेश के लिए साइन हुए लाखों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने की तैयारी की जा रही है। पहला भूमि पूजन समारोह सितंबर-अक्तूबर में प्रस्तावित है।
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में आए 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारने के लिए तेजी से काम हो रहा है। भूमि पूजन समारोह में यूपीसीडा 40 हजार करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव धरातल पर उतारमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप सितंबर-अक्तूबर में प्रस्तावित पहले भूमि पूजन समारोह के लिए आठ लाख करोड़ के पांच हजार से अधिक एमओयू को छांटे गए हैं। इसके तहत यूपीसीडा ने 40 हजार करोड़ से अधिक के निवेश के लिए जमीन प्राप्त कर ली है। जल्द उन्हें भूमि उपलब्ध करा दी जाएगी। यूपीसीडा को भूमि पूजन समारोह के लिए 1.6 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव का लक्ष्य दिया गया है।
अब तक 44 जिलों में 199 निवेशकों को मिली जमीन
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने बताया कि 600 निवेशकों से कुल 3.18 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इन निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए इन्हें पांच श्रेणियों में बांटा गया। इसमें एमएसएमई (50 करोड़ रुपये तक), बड़े (50-200 करोड़ रुपये), मेगा (200-500 करोड़ रुपये), सुपर मेगा (500-5,000 करोड़ रुपये) और अल्ट्रा मेगा (5,000 करोड़ रुपये से अधिक) के रूप में श्रेणीबद्ध किया गया। एमओयू की समीक्षा के लिए तीन चरणों में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।
निवेशकों की पहली पसंद बना चंदौली
पूरे प्रदेश में चार निवेशकों द्वारा सबसे अधिक चंदौली में 7,020 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। अमेठी में 4,761 करोड़ रुपये के निवेश वाली 30 इकाइयां हैं। निवेशक पूर्वांचल में सबसे ज्यादा निवेश कर रहे हैं। जहां 20,189 करोड़ रुपये के निवेश वाली 65 इकाइयां उद्योग स्थापित करने को तैयार हैं। निवेश का एक और बड़ा हिस्सा पश्चिमांचल में किया जा रहा है, जिसमें 12,051 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 70 इकाइयां स्थापित की जाएंगी। मध्यांचल ने 5200 करोड़ रुपये के निवेश वाली 60 इकाइयों को आकर्षित किया है जबकि बुंदेलखंड 2872 करोड़ रुपये के निवेश के साथ चार इकाइयां उद्योग स्थापित के लिए तैयार हैं। इन इकाइयों से प्रदेश में 1,33,477 रोजगार के अवसर पैदा होंगे।