रुपये ने आज डॉलर के मुकाबले 11 पैसे की बढ़त हासिल कर ली। इसके चलते शुरुआती कारोबार में एक डॉलर की कीमत 82.20 रुपये तक पहुंच गई है।
सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश का निर्यात पिछले महीने 12.7 फीसदी घटकर 34.66 अरब डॉलर रह गया। निर्यात में यह लगातार तीसरे महीने गिरावट है। इस दौरान आयात में लगातार पांचवें महीने गिरावट दर्ज की गई और यह 14 फीसदी घटकर 49.9 अरब डॉलर रह गया।
विस्तार
निर्यात में गिरावट के बावजूद देश का व्यापार घाटा अप्रैल, 2023 में कम होकर 15.24 अरब डॉलर रह गया। यह अप्रैल, 2021 के बाद इसका 20 महीने का निचला स्तर है। उस दौरान व्यापार घाटा 15.10 अरब डॉलर रहा था। अप्रैल, 2022 में यह 18.36 अरब डॉलर था।
सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश का निर्यात पिछले महीने 12.7 फीसदी घटकर 34.66 अरब डॉलर रह गया। निर्यात में यह लगातार तीसरे महीने गिरावट है। इस दौरान आयात में लगातार पांचवें महीने गिरावट दर्ज की गई और यह 14 फीसदी घटकर 49.9 अरब डॉलर रह गया। अप्रैल, 2022 में 58.06 अरब डॉलर का आयात किया गया था।
विदेश व्यापार महानिदेशक संतोष कुमार सारंगी ने कहा कि यूरोप और अमेरिका जैसे प्रमुख देशों में भारतीय उत्पादों की मांग कमजोर रहने से निर्यात में गिरावट आई है। आयात के मोर्चे पर उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजार में जिसों की कीमतों में नरमी और रत्न-आभूषण जैसे विवेकाधीन माने जाने वाले उत्पादों की मांग में कमी से आयात में गिरावट आई है।
विदेश में इन उत्पादों की मांग घटी
पेट्रोलियम उत्पादों, रसायन, रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग उत्पाद और सभी प्रकार के बने कपड़ों के निर्यात में गिरावट आई है।
30 प्रमुख क्षेत्रों में से सिर्फ 11 ने ही निर्यात में वृद्धि दर्ज की है।
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्यात 26.49 फीसदी बढ़ गया।
घट गया कच्चे तेल और सोने का आयात
आयात के मोर्चे पर 30 प्रमुख क्षेत्रों में से 23 ने नकारात्मक वृद्धि दर्ज की है। कच्चे तेल का आयात 13.95 फीसदी घटकर 15.17 अरब डॉलर रह गया।
सोने का निर्यात भी 41.48 फीसदी की कमी के साथ एक अरब डॉलर रह गया।
अगस्त-सितंबर से बढ़ सकता निर्यात
सारंगी ने कहा कि निर्यात के मोर्चे पर सितंबर से स्थिति में बदलाव की उम्मीद है। ऐसी संभावना है कि अगस्त-सितंबर से यूरोप और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मांग में कुछ वृद्धि के साथ चीनी अर्थव्यवस्था के खुलने से वैश्विक निर्यात को बढ़ावा मिल सकता है।
उन्होंने सुझाव दिया, निर्यात बढ़ाने के लिए हमें उन उत्पादों में विविधता लानी चाहिए, जिनकी विदेश में मांग अधिक है। जैसे… इलेक्ट्रॉनिक सामान, तेल खली, तिलहन, कृषि उत्पाद।
अमेरिका को निर्यात घटकर 5.9 अरब डॉलर
अमेरिका को निर्यात 17.16% घटकर 5.9 अरब डॉलर रह गया। यूएई को निर्यात 22% गिरकर 2.23 अरब डॉलर रह गय