ठक में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास सहित वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामक हिस्सा लेंगे।
वैश्विक चुनौतियों के बीच अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद की बैठक में शामिल होंगी। बैठक में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास सहित वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामक हिस्सा लेंगे।
एफआईआई ने किया 10,850 करोड़ निवेश
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने चालू महीने में अब तक शेयर बाजार में 10,850 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले अप्रैल में इन्होंने 11,630 करोड़ और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।जानकारी के मुताबिक, मार्च में ज्यादातर निवेश अदाणी समूह के शेयरों में किया गया था। अगर उस निवेश को निकाल दें तो मार्च में एफआईआई का निवेश नकारात्मक रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि आगे भी एफआईआई निवेश सकारात्मक रहेगा।
बारिश से एसी व फ्रिज की बिक्री 15% घटी
उत्तर भारत में बेमौसम बारिश से एयर कंडीशनर (एसी), फ्रिज और कूलर जैसे उत्पादों की बिक्री गिर गई है। ग्राहकों ने अप्रैल और मई की मुख्य गर्मी में एसी की खरीद टाल दी है। कुछ कंपनियों ने अप्रैल में पिछले वर्ष की तुलना में बिक्री में 15% तक गिरावट देखी है।
कंपनियों का मानना है कि जैसे ही गर्मी शुरू होगी, बिक्री में तेजी आएगी। पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया के एसी ग्रुप के कारोबार प्रमुख गौरव शाह ने कहा, इस वर्ष अप्रैल के हिसाब से मौसम ठंडा रहा है। इसलिए हमने पिछले वर्ष की तुलना में बिक्री में गिरावट दर्ज की है। अभी बहुत गर्मी बाकी है। उम्मीद है कि गर्मी बढ़ेगी। सिएमा के प्रेसीडेंट एरिक ब्रैगेंजा ने कहा, पूर्व और दक्षिण में अप्रैल तक अच्छी बिक्री देखी गई है।
गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड कमल नंदी ने कहा, तापमान में वृद्धि और एसी, रेफ्रिजरेटर, एयर कूलर और डीप फ्रीजर जैसे उत्पादों की बिक्री के बीच एक मजबूत संबंध है। देश के अधिकांश हिस्सों में मई में लू का अनुमान है और इससे मई और जून कूलिंग कैटेगरी की मांग बढ़नी चाहिए।
पुराने ई-चालान को अपलोड करने का समय 3 महीने बढ़ा
जीएसटी नेटवर्क ने 100 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार वाली कंपनियों या व्यवसाय के लिए पुराने ई-चालान को अपलोड करने का समय तीन माह और बढ़ा दिया है। पहले यह समय एक मई था। जीएसटीएन ने कहा था,इन कंपनियों को अपने ई-चालान को सात दिन के अंदर इनवॉइस रजिस्ट्रेशन पोर्टल (आईआरपी) पर डालना होगा।