अतीक की हत्या के अगले ही दिन शाइस्ता व शूटर साबिर खुल्दाबाद में गुरुद्वारे के पास स्थित जफरउल्लाह के घर पहुंचे थे। इस बात का खुलासा असद के दोस्त आतिन से पूछताछ में हुआ। उसने यह भी बताया कि 16 अप्रैल को ठहरने के बाद दोनों 17 अप्रैल को कहीं और के लिए निकल गए थे।
50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन व पांच लाख के इनामी शूटर साबिर की तलाश में पुलिस अब खुल्दाबाद में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने में जुटी है। पुलिस ने न सिर्फ अपने सर्विलांस कैमरों बल्कि निजी प्रतिष्ठानों पर लगे कैमरों के फुटेज भी देखने शुरू किए हैं। यह कवायद इसलिए की जा रही है कि यह पता चल सके कि 17 अप्रैल को खुल्दाबाद में जफरउल्लाह के घर से निकलने के बाद दोनों किस रास्ते से फरार हुए।
अतीक की हत्या के अगले ही दिन शाइस्ता व शूटर साबिर खुल्दाबाद में गुरुद्वारे के पास स्थित जफरउल्लाह के घर पहुंचे थे। इस बात का खुलासा असद के दोस्त आतिन से पूछताछ में हुआ। उसने यह भी बताया कि 16 अप्रैल को ठहरने के बाद दोनों 17 अप्रैल को कहीं और के लिए निकल गए थे। इसी के बाद से पुलिस की अलग-अलग टीमें खुल्दाबाद क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने में जुटी हैं। सूत्रों का कहना है कि पांच दिनों में 50 से ज्यादा कैमरों की फुटेज पुलिस टीमें खंगाल चुकी हैं।
शाइस्ता ने साबिर को दोबारा खुल्दाबाद क्यों भेजा?
पुलिस के लिए एक बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर 17 अप्रैल को फरार होने के बाद पांच लाख का इनामी साबिर दोबारा खुल्दाबाद क्यों आया। दरअसल, आतिन ने पूछताछ में यह बताया है कि साबिर दो मई को भी उसके घर आया था। हालांकि, रात में पुलिस की दबिश के दौरान वह चकमा देकर भाग निकला। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि शाइस्ता ने ही साबिर को किसी काम से भेजा था। ऐसे में यह भी चर्चा का विषय है कि आखिर इतना जरूरी कौन सा काम था, जिसके लिए साबिर दोबारा शहर आया जबकि वह पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है।