वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, एक साल पहले इसी अवधि में यह 135.5 टन रही थी। काउंसिल ने कहा कि इस पूरे साल मांग में गिरावट रहने के आसार हैं।
कीमतों में उतार-चढ़ाव से खपत पर असर और ज्यादा भाव के चलते जनवरी से मार्च तिमाही में सोने की मांग 17 फीसदी घटकर 112.5 टन रह गई है।वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, एक साल पहले इसी अवधि में यह 135.5 टन रही थी। काउंसिल ने कहा कि इस पूरे साल मांग में गिरावट रहने के आसार हैं।
काउंसिल के अनुसार, ऊंची कीमतों से सोने के गहनों की मांग ज्यादा प्रभावित हुई है। यह एक साल पहले 94.2 टन के मुकाबले घटकर 78 टन रह गई है। सोने की कीमतों में वृद्धि व शुभ दिनों के काफी कम होने और आगे कीमतों में गिरावट की उम्मीद में लोगों ने शायद सोना खरीदने की योजना को टाल दिया
सोने के निवेश की मांग पहली तिमाही में 8% घटकर 17,200 करोड़ रुपये रही है जो एक साल पहले 18,750 करोड़ रुपये थी। रिसाइकल सोने की मांग 25 फीसदी बढ़कर 34.8 टन रही जो एक साल पहले 27.8 टन रही थी।