Health Tips Know Neuralgia : आधुनिक युग में बच्चों से लेकर बड़ों के जीवन में मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल बहुत बढ़ गया है। मोबाइल ने लोगों के जीवन को आसान बना दिया है तो वहीं कामकाज में लैपटॉप व कंप्यूटर का उपयोग लगभग अनिवार्य हो गया है। रोजमर्रा के जीवन में लोग मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं, जो भले ही उनके जीवन को आसान बना रहा है लेकिन इसके अत्यधिक प्रयोग से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। अक्सर बच्चों से कहा जाता है कि अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है। मोबाइल लैपटॉप का अत्यधिक प्रयोग आंखों के लिए तो हानिकारक होता ही है, साथ ही नसों में दर्द की शिकायत को बढ़ा सकता है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के आॅर्थोपेडिक और एनेस्थीसिया विभाग की स्टडी के मुताबिक मोबाइल और लैपटॉप के अधिक उपयोग करने वाले 80 फीसदी लोग न्यूरालजिया की समस्या हो रही है। चलिए जानते हैं क्या है न्यूराॅलजिया, इसके लक्षण, कारण और उपचार।
न्यूराॅलजिया का कारण
नसों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। रसायनों और ड्रग्स के कारण, मधुमेह, संक्रमण आदि के कारण नसों पर दबाव पड़ता है। नसों में सूजन की समस्या होने पर भूी न्यूराॅलजिया हो सकता है। लैपटाॅप या मोबाइल का अधिक उपयोग करने से भी नसों में खिचांव के कारण दर्द हो सकता है, जो न्यूराॅलजिया की शिकायत को बढ़ाता है।
कोविड काल में वर्क फ्राॅम होम और डेक्स वर्क बढ़ने के बाद लैपटाॅप और मोबाइन का प्रयोग लगभग दस गुना बढ़ गया। इसके अत्यधिक प्रयोग करने से लोगों में गर्दन से लेकर कोहनी और पंजे में दर्द होने लगा। हालांकि जब लोग इस दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास गए और दवाओं के सेवन के बाद भी महीने भर में दर्द कम नहीं होने पर जब एमआरआई और सीटी स्कैन की गई तो पता चला कि मोबाइल और लैपटॉप के घंटों प्रयोग से गर्दन की डिस्क बल्ज के कारण कई नर्व रूटों पर दबाव पड़ा, जिससे न्यूरालजिया की समस्या बढ़ी।
न्यूरोलॉजिया के लक्षण
गर्दन से लेकर कोहनी और पंजों में दर्द ।
कंधे में सुन्न महसूस होना।
जलन और संवेदनहीनता महसूस होती है।
मांसपेशियों की कमजोरी, दर्द।
दर्द अचानक उठना और फिर बहुत तेज दर्द होता है।
कोई नुकीली चीज चुभ रही हो या जलन की अनुभूति होती है।
छूने या दबाने से दर्द महसूस होता है।
चलने-फिरने कष्ट महसूस होता है।