हरदोई में एनकाउंटर से डरे एक कैदी ने जमकर हंगामा किया। उसको डायलिसिस के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया था। यहां से डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। लेकिन वह पुलिस के साथ जाने के लिए तैयार नहीं था।
उसने पुलिस के सामने शर्त रखी कि वह तभी साथ जाएगा, जब पुलिस उसे लिखकर दे कि रास्ते में गोली नहीं मारेगी। करीब 2 घंटे तक हंगामा चला। पुलिसकर्मियों ने उसे समझाने की हर कोशिश की, लेकिन वह जाने को तैयार नहीं हुआ। थक हारकर पुलिस कर्मी उसे जिला कारागार ले गए।
पत्नी पर किया था एसिड अटैक
कैदी का नाम रिजवान है। वह कोतवाली पिहानी क्षेत्र के मोहल्ला लोहानी का रहने वाला है। उस पर आरोप है कि उसने 2014 में अपनी पत्नी नाजरा बेगम पर घर में तेजाब डाला था। एसिड अटैक से वो गंभीर रूप से झुलस गई थी।
उसकी तहरीर पर पुलिस ने रिजवान के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जमानत पर छूटने के बाद रिजवान फरार हो गया था। इसके चलते अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। 11 महीने पहले अदालत से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस के डर से उसने अदालत में सरेंडर किया था।
KGMU के डॉक्टर ने डायलिसिस की दी थी सलाह
रिजवान किडनी की बीमारी से पीड़ित है। इसके चलते डॉक्टरों ने उसकी नियमित डायलिसिस की सलाह दी। इसके चलते उसे डायलिसिस के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया था। यहां उसने जमकर हंगामा किया और डायलिसिस नहीं कराई।
डॉक्टर ने उसे KGMU ले जाने की सलाह दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे एम्बुलेंस में बैठाया, लेकिन वो इतना डरा हुआ था कि वह पुलिसकर्मियों के साथ जाने को तैयार नहीं था। लिहाजा, उसने हंगामा शुरू कर दिया और पुलिसकर्मियों से गोली न मारने की गुहार लगाने लगा।
कैदी ने कहा- लखनऊ साजिश के तहत किया गया रेफर
कैदी रिजवान ने कहा, ”मुझे लखनऊ साजिश के तहत रेफर किया गया है। योगी की पुलिस रास्ते में ही गोली मारकर उसका एनकाउंटर कर देगी। मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस को जाने कौन सी बूटी सुंघाई है कि वह अब एनकाउंटर कर रहे हैं। जब पुलिस लिख कर देगी कि वह जिस हाल में उसे लेकर जा रही है, उसी तरह सुरक्षित रखेगी, तो ही उनके साथ जाऊंगा।”
हंगामा बढ़ता देख मौके पर थाना कोतवाली शहर के अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने उसे काफी समझाया और आश्वस्त किया कि पुलिस उसे गोली नहीं मारेगी। इसके बाद भी वह पुलिसकर्मियों के साथ जाने के लिए राजी नहीं हुआ। आखिरकार पुलिसकर्मी उसे जीप में बैठकर जिला जेल ले गए।
जेल अधीक्षक बोले- अक्सर करता रहता है हंगामा
जेल अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा का कहना है, ”वह अक्सर इस तरह से हंगामा करता है। जेल के अंदर भी कई बार इसी तरह बवाल कर चुका है। सोमवार को उसकी रिहाई के लिए आदेश भी मिले हैं। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे जेल से रिहा किया जाएगा।”