झारखंड में नई नियोजन नीति तैयार है। इस पर कैबिनेट की मुहर भी लग चुकी है। इससे नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। अब जल्दी ही 17,971 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। दरअसल राज्य सरकार ने नियोजन नीति में बदलाव कर दिया था। इसमें सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए राज्य से ही 10वीं-12वीं पास करने की अनिवार्यता थी।
हाईकोर्ट ने असंवैधानिक बताते हुए नियोजन नीति को रद्द कर दिया था। इसके बाद विभागों द्वारा भेजी गई 18 नियुक्ति अधियाचनाओं को रद्द कर दिया था। इससे 12,471 पदों पर नियुक्ति थम गई थी। इन पदों के लिए अब जल्दी ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं प्लस टू हाईस्कूलों में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के 5500 से अधिक पद सृजित किए जा रहे हैं।
इस पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मंजूरी दे दी है। अब यह कैबिनेट में जाएगा। मंजूरी मिलते ही जेएसएससी इन पदों पर भी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर देगा। यानी कुल 17,971 पदों पर जल्दी ही नियुक्ति होगी।
पहले इन पदों के लिए शुरू होगी नियुक्ति प्रक्रिया
झारखंड वैज्ञानिक सहायक प्रतियोगिता परीक्षा सीधी व बैकलॉग : 63 झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त परीक्षा : 956 झारखंड डिप्लोमा स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा : 1293 झारखंड डिप्लोमा स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा बैकलॉग : 03 झारखंड उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा : 583 झारखंड औद्योगिक प्रशिक्षण सेवा के विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण अधिकारी प्रतियोगिता परीक्षा : 727 रिम्स, रांची अंतर्गत परिचारिका श्रेणी ए के पद पर नियुक्ति परीक्षा : 370 झारखंड इंटरमीडिएट स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा : 991 झारखंड नगरपालिका सेवा संवर्ग संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा : 921 झारखंड तकनीकी विशिष्ट योग्यताधारी स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा : 454
झारखंड आशुलिपिक प्रतियोगिता परीक्षा 2022: 452 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा : 3120 झारखंड सहायक प्रतियोगिता परीक्षा : 690 डिप्लोमा स्तरीय : 176 पद आईटीआई में पदाधिकारी : 727 पदाधिकारी लैब असिस्टेंट : 490
16 विषयों में नए पद हो रहे हैं सृजित
प्लस टू हाईस्कूलों में जिन विषयों में अभी तक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेंड (पीजीटी) टीचर के एक भी पद नहीं हैं, उन विषयों में पद सृजन की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। कुल 16 विषयों में 5500 पीजीटी शिक्षकों के पद सृजित किए जाएंगे। जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं में 50 स्टूडेंट्स पर एक शिक्षक होंगे। वहीं, अन्य विषयों में 80 छात्रों पर शिक्षक के एक पद सृजित किए जा रहे हैं। राज्य गठन के 22 साल बाद प्लस टू के 16 विषयों में पद सृजन की कार्यवाही चल रही है।
इन विषयों में हो रहा है पद सृजित
प्लस टू स्कूलों में पीजीटी शिक्षकों के जिन विषयों में पद सृजित किए जा रहे हैं, उनमें राजनीति विज्ञान, मानवशास्त्र, कंप्यूटर साइंस, सोशियोलॉजी, होमसाइंस, उर्दू, संथाली, बांग्ला, आईटी, मुंडारी, हो, खड़िया, कुडुख, कुरमाली, खोरठा, नागपुरी, पंचपरगनिया और उड़िया शामिल हैं।