महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हुआ। इसके पहले रविवार को NCP के अजित पवार ने CM शिंदे के सरकारी बंगले के खाने के बिल पर सवाल उठाए। अजित ने कहा था- 4 महीने में 2.38 करोड़ का बिल, वर्षा बंगले की चाय में ऐसा कौन साल सुनहरा पानी मिलाया जाता है।
इस पर CM शिंदे ने अजित को जवाब देते हुए कहा- CM आवास पर दूर-दराज से लोग आते हैं। उन्हें चाय दी जाती है, बिरयानी नहीं। यह हमारी संस्कृति में है कि जब कोई हमारे घर आता है तो उसे चाय और पानी दिया जाता है। क्या हमें ऐसा नहीं करना चाहिए?
RTI में मांगी गई थी जानकारी
अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैंने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में काम किया है। मेरे कई साथी भी मुख्यमंत्री रहे। वर्षा बंगले का 4 महीने का खाने का बिल 2 करोड़ 38 लाख रुपए आया है। कोई बताएगा कि वर्षा बंगले की चाय में कौन सा सुनहरा पानी मिलाया जाता है।
अजित ने जिस RTI के हवाले से ये आरोप लगाए उसमें अगस्त 2022 में सह्याद्रि गेस्ट हाउस के चाय-नाश्ते का खर्च 91 हजार रुपए बिल और जून से सितंबर तक का बिल 3.49 लाख रुपए के बिल का जिक्र भी है।
अजित ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 6 महीनों में सरकार विज्ञापन पर 50 करोड़ खर्च कर चुकी है। मुख्यमंत्री अपना हंसता हुआ चेहरा दिखाने के लिए विज्ञापनों पर जनता का पैसा खर्च कर दिया।
शिंदे बोले- अजित देशद्रोही, अच्छा हुआ चाय पार्टी में नहीं
उधर अजित पवार के आरोपों पर CM शिंदे ने कहा- अजित देशद्रोही हैं। अगर उनके साथ चाय पीता तो मैं भी देशद्रोही होता। उनके नहीं आने से मैं बच गया। सत्ता गंवाने के कारण वे बेतुके बयान देने लगे हैं। मैंने किसी के साथ कोई विश्वासघात नहीं किया। हमें जनता ने प्यार दिया है, लेकिन ये देखकर सत्ता खो चुके अजित के पेट में दर्द होता है।