अगोरखपुर में अवैध खनन की ट्रैक्टर-ट्रॉली से दबकर गुरुवार शाम 18 साल की छात्रा की मौत हो गई। घटना के बाद नाराज परिजनों ने बेटी का शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया। परिवार का आरोप है कि प्रशासन की मिलीभगत से अवैध खनन का काम जारी है। वैध खनन में लगी ट्रैक्टर-ट्रॉली आए दिन लोगों की जान ले रही है। घटना गीडा इलाके की है। इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
हादसे के बाद चालक ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही SDM समेत पुलिस अफसर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को कब्जे में ले लिया है। करीब दो घंटे की कोशिश के बाद अधिकारियों ने किसी तरह से परिवार को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
कोचिंग से लौट रही थी छात्रा
गीडा के भड़सार गांव निवासी रामानन्द पांडेय की बड़ी बेटी दीपशिखा पांडेय BSC सेकेंड ईयर की छात्रा थी। वह सहजनवां स्थित एक कोचिंग सेंटर में कोचिंग करने गई थी। शाम में कोचिंग से लौट रही थी। तभी रानीपुर-बनगावा सड़क के बीच मिट्टी लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने छात्रा को कुचल दिया।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि टक्कर एकदम आमने-सामने हुई। छात्रा के ऊपर से पहिया गुजर गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दीपशिखा पांच बहन और एक भाई में सबसे बड़ी थी। पिता खेती करते हैं। छात्रा की मौत से परिजन सदमे में हैं।
IAS बनना चाहती थी दीपशिखा
परिजन ने बताया कि दीपशिखा BSC की पढ़ाई के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। वह IAS बनना चाहती थी। बेटी की मौत की खबर सुनकर मां मीना पांडेय बार-बार बेहोश हो जा रही है। परिवार ने अधिकारियों को एक ज्ञापन दिया। इसमें 50 लाख रुपए के मुआवजा की मांग की।
इसके बाद अफसरों ने आश्वासन दिया कि मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर परिवार को आर्थिक मदद दिलाई जाएगी। मामले की जांच करके कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पुलिस छात्रा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज सकी।