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2 से ज्यादा लोगों ने की थी दरिंदगी:डॉक्टर बोले-यूट्रस तक चोटें, प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म; देवरिया रेलवे स्टेशन से ले गए थे पीड़िता को

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देवरिया के भाटपार रानी स्टेशन पर लड़की के साथ हुए गैंगरेप के मामले में नया खुलासा हुआ है। लड़की का इलाज करने वाले पीएचसी के डॉ संजय कुमार का कहना है कि उसके साथ 2 नहीं बल्कि 4 लोगों ने दरिंदगी की है। प्राइवेट पार्ट को किसी हार्ड चीज से छेड़ा भी गया है। क्योंकि उसके यूट्रस तक में चोटें आई हैं। प्राथमिक जांच में ये बात सामने आई है।

लड़की के प्राइवेट पार्ट पर गंभीर चोटें हैं। ऑपरेशन करके 3 टांके लगाने पड़े हैं। डॉक्टर का मानना है कि लड़की के साथ बेहोशी की हालत में भी दरिंदगी की गई। इसलिए उसे रेप करने वालों की सही संख्या नहीं पता है।

लड़की के साथ मारपीट भी
डॉ संजय कुमार ने बताया, लड़की के शरीर पर भी चोट और खरोच के कई निशान हैं। जिससे ये पता चल रहा है कि युवती की उन आरोपियों से हाथापाई भी हुई होगी। हम लोगों ने उसके पूरे शरीर पर पट्टी की है। चेहरे पर भी चोट के निशान है। घटना के कारण लड़की के शरीर से बहुत खून निकला है। हम लोग उसको ब्लड भी चढ़ा रहे हैं। अगर सही समय पर उसको अस्पताल नहीं लाया जाता तो उसकी जान भी जा सकती थी।

पुलिस पीड़िता को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले गई।

घटना याद करके लड़की डर जाती है
लड़की के साथ आरोपियों ने हैवानियत की सारी हदें पार की हैं। उसका इलाज अभी भी चल रहा है। हालत में सुधार है लेकिन वो किसी से बात नहीं कर पा रही है। अभी वो कुछ खा-पी नहीं पा रही है। उसे लिक्विड डाइट दी जा रही है।

उसके साथ जो घटना हुई है वो उसे याद करके वह डर जाती है। वो अचानक से चिल्लाने लगती है। तेज-तेज रोने लगती है। वो अपने परिवार के लोगों और मां से भी कम बात कर रही है। युवती को रिकवर करने में 10-15 दिन लग सकते हैं।

पहले 20 फरवरी का पूरा घटनाक्रम पढ़ें-

बता दें, दिल्ली की एक लड़की के साथ देवरिया जिले में 20 फरवरी को गैंगरेप किया गया था। युवती अपने दोस्त के साथ दिल्ली से बिहार जा रही थी। दोस्त से झगड़ा होने पर वह देवरिया के भाटपार रानी स्टेशन पर उतरी थी।

जहां से दो लड़के उसे साथ ले गए। उन्होंने स्टेशन के पास बने एक ढाबे में उससे रेप किया था। उसके बाद आरोपी बेहोशी की हालत में उसे स्टेशन की बेंच पर छोड़कर भाग गए थे। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

चोट ज्यादा लगने के कारण पीड़िता का ऑपरेशन किया गया।
चोट ज्यादा लगने के कारण पीड़िता का ऑपरेशन किया गया।

स्टेशन पर खून से लथपथ पड़ी लड़की को भाटपार रानी के स्टेशन मास्टर ने रात करीब 2 बजे तब देखा था जब वो स्टेशन का निरीक्षण करने निकले थे। उन्होंने पुलिस को इस मामले की सूचना दी थी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने उससे बातचीत करने की कोशिश की, मगर वो बेहोश थी। करीब 3 बजे उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसको इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। होश में आने के बाद पुलिस ने युवती के बयान लिए थे।

जब लड़की अस्पताल आई तो बहुत खून निकल रहा था
डॉ संजय कुमार ने बताया, ” 20 फरवरी को मैं नाइट शिफ्ट में था। हम लोग बैठे हुए थे तभी दो सिपाही अस्पताल के अंदर आए। उन्होंने हम लोगों से स्ट्रेचर लेकर बाहर चलने के लिए कहा। हम लोग बाहर स्ट्रेचर लेकर गए। महिला पुलिस की टीम एक लड़की को लेकर आई हुई थी। जो बेहोश थी। हम लोगों ने उसको स्ट्रेचर पर लेटाया।

तभी मैंने देखा कि युवती के शरीर से बहुत खून निकाल रहा है। उसके शरीर पर बहुत कम कपड़े थे। उसकी हालत देखकर लग रहा था कि उसके साथ कुछ बहुत गलत हुआ है।

हम लोगों ने जब उसका इलाज करना शुरू किया तो समझ नहीं आ रहा था पहले कौन से घाव का इलाज करें। शरीर देखकर ऐसा लग रहा था कि उसको बुरी तरह से नोचा गया है। हमने नर्स को बुलाकर उससे पूरी स्थिति देखने को कहा। उसका प्राइवेट पार्ट बहुत ज्यादा जख्मी था।

इसी कमरे में लड़की का इलाज चल रहा है।
इसी कमरे में लड़की का इलाज चल रहा है।

पुलिस का कहना था कि इसके साथ दो लोगों ने रेप किया है। लेकिन उसकी स्थिति देखकर लग रहा था कि युवती के साथ दरिंदगी में कई लोग शामिल होंगे। कम से चार से पांच लोग तो होंगे ही। हमने उसका प्राथमिक उपचार किया।

लेकिन उसकी हालत में ज्यादा सुधार दिखाई नहीं दे रहा था। इलाज के दौरान उसे हल्का होश आया था। घटना के कारण वो सदमे में थी। इसके बाद हमने युवती को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।”

9वीं क्लास तक पढ़ी है रेप पीड़िता
युवती के एक करीबी रिश्तेदार ने बताया, पीड़िता 5 भाई-बहनों में सबसे छोटी है। काम की तलाश में पूरा परिवार बिहार से दिल्ली शिफ्ट हो गया था। ये लोग दिल्ली के मयूर विहार में रह रहे थे। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पीड़िता की उम्र लगभग 19 साल है। वो 9वीं क्लास तक पढ़ी है। परिवार के लोग एक रिश्तेदारी के कार्यक्रम में शामिल होने पहले ही बिहार जा चुके थे। पीड़िता 20 फरवरी को दिल्ली से बिहार जा रही थी।

परिवार के लिए ये बहुत कठिन समय
इसके परिजन नौकरी करके किसी तरह अपना घर चला रहे हैं। उनके लिए इसका इलाज कराना आसान नहीं है। उन्होंने बताया, ये आगे पढ़ना चाहती थी लेकिन पैसों के कारण उसकी पढ़ाई छूट गई। परिवार के लिए ये समय बहुत कठिन है। इसकी मां भी बहुत परेशान रहती है। उन लोगों का कहना है, हमारे कौन से बुरे क्रम थे। जो हमारी बेटी के साथ इतना बुरा हुआ।

इसी जगह पर लड़की के साथ गैंगरेप किया गया है।
इसी जगह पर लड़की के साथ गैंगरेप किया गया है।

अस्पताल में तैनात है पुलिस टीम
लड़की का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। जहां पर अभी उसके परिवार के लोग मौजूद हैं। लड़की और उसके परिजनों को किसी से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल में पुलिस का सख्त पहरा है। सीओ स्तर के अधिकारी की देखरेख में मेन गेट से लेकर कमरे के गेट तक पुलिस की टीमें तैनात हैं। महिला पुलिसकर्मी भी मौके पर मौजूद हैं।

अब पढ़िए जो युवती ने पुलिस को बताया था…

अस्पताल में युवती ने पुलिस को बताया था, “मैं बिहार की रहने वाली हूं। कई साल से मेरा परिवार दिल्ली में ही रहता है। मेरे पिता नौकरी करते हैं। हम लोग फंक्शन या त्योहार पर ही अपने घर बिहार जाते हैं। अभी मैं बिहार में अपने एक रिश्तेदार के यहां होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थी। मेरा परिवार पहले ही बिहार चला गया था।

मेरे साथ दिल्ली का मेरा दोस्त भी था। हम ट्रेन से बिहार जा रहे थे। हम लोग हंसी-मजाक करते हुए जा रहे थे। इसी बीच रास्ते में मेरे दोस्त से कुछ पारिवारिक बातचीत पर झगड़ा हो गया। इसके बाद हमने काफी देर तक एक-दूसरे से बात नहीं की।

इस कारण मैं रात करीब 12 बजे गुस्से में भाटपार रानी स्टेशन पर उतर गई। मैं स्टेशन पर एक बेंच पर बैठ गई। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैंने वहां एक-दो लोगों से दिल्ली के लिए ट्रेन के बारे में जानकारी ली। तो पता चला कि यहां से कोई ट्रेन नहीं है। यहां से गोरखपुर और फिर वहां से दिल्ली की ट्रेन मिल जाएगी।

मैंने सोचा कि गोरखपुर की दूसरी ट्रेन लेकर वहां से दिल्ली चली जाऊंगी। रात 1 बजे तक मैं वहीं पर बैठी रही। मुझे काफी भूख भी लग रही थी। गोरखपुर वाली ट्रेन काफी देर में आने वाली थी। इसलिए मैं वहां एक-दो लोगों से खाने के बारे में पूछने लगी। इसी बीच वहां पर दो लड़के आए। मैं वहां यात्रियों से बात कर रही थी, तो वो लड़के बीच में बोल पड़े कि यहां बाहर ढाबे पर अच्छा खाना मिलता है। मुझे लगा कि वे दोनों भी यात्री ही होंगे। इसलिए मैं उनके साथ खाना खाने के लिए चल दी।

वे मुझे स्टेशन के बाहर ले गए और एक ढाबे की तरफ चलने के लिए कहने लगे। पहले तो मैं थोड़ा डरी, फिर मुझे लगा कि इन्हें भी खाना खाना होगा। इसलिए मैं साथ चली गई। जैसे ही मैं वहां पहुंची, तो उन लोगों ने मुझे धमकाकर ढाबे के अंदर बंद कर लिया। मैंने विरोध किया, तो वे मुझे पीटने लगे। एक ने मेरा मुंह दबा दिया। उन्होंने मेरा मोबाइल और पर्स छीन लिया। इसके बाद दोनों ने मेरा मुंह बांधकर मुझसे रेप किया। इस दौरान मैं बेहोश हो गई। इसके बाद मुझे कुछ नहीं पता चला कि मैं स्टेशन पर कब आई? बेंच पर कैसे पड़ी थी?”

अस्पताल में जगह-जगह पुलिस की टीम तैनात है।
अस्पताल में जगह-जगह पुलिस की टीम तैनात है।

पुलिस ने बढ़ाया अपनी जांच का दायरा
दिल्ली की युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दो से अधिक लोगों के शामिल होने के शक पर पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया है। सीओ विनय कुमार यादव ने बताया कि तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई है। तीनों संदिग्धों की उपस्थिति का वहां कोई सुराग नहीं मिला है। हम लोग और लोगों से भी पूछताछ कर रहे हैं।

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