गोरखपुर में सोमवार को युवक की रॉड से पिटाई का मामला सामने आया है। सामने आए इसके वीडियो में दिख रहा है कि एक लड़के को 6 युवकों ने घेर लिया। इसके बाद सभी मिलकर उसे रॉड और डंडे से मिलकर पीट रहे हैं।
लड़का उनसे हाथ जोड़कर कह रहा है कि मुझे छोड़ दो। लेकिन आरोपियों ने उसकी एक न सुनी। उसे दरवाजे से पास से पकड़ कर खींचा। जब उनको लगा कि युवक मर गया है, तब उसे छोड़कर भागे। जबकि, वहां खड़ी पब्लिक तमाशा देखती रही। घटना गोरखनाथ इलाके के हुमायूंपुर उत्तरी की है।
इंस्पेक्टर बोले- जल्द होगी गिरफ्तारी
युवक को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां युवक की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने पहले BRD मेडिकल कॉलेज और फिर PGI, लखनऊ रेफर कर दिया। हालांकि, शाम तक युवक का इलाज शहर के एक नर्सिंग होम में चल रहा था।
परिवार के लोगों ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस से भी की है। गोरखनाथ थाने के इंस्पेक्टर दुर्गेश सिंह ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है। जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।
मुबंई का विवाद, गोरखपुर में बदला
गोरखनाथ के हुमायूंपुर उत्तरी के रहने वाले कृपा शंकर शर्मा की 10 साल पहले मौत हो गई। परिवार में उनकी पत्नी शांति शर्मा और तीन बेटे हैं। सबसे छोटा बेटा अनूप शर्मा (22) है।
कुछ महीनों पहले अनूप और उसका बड़ा भाई तरुण शर्मा नौकरी की तलाश में मुंबई चले गए थे। उनके साथ उसी मोहल्ले का रहने वाला एक अन्य युवक भी काम करने गया था। किसी बात को लेकर मुंबई में ही युवक का अनूप से विवाद और मारपीट हो गई।
इसके बाद अनूप और उसका भाई वापस गोरखपुर लौट आए। बाद में साथ गया युवक भी वापस आ गया। इसी बात को लेकर दोनों में दुश्मनी चल रही थी। बीती 18 फरवरी को अनूप के बड़े भाई की शादी हुई है। उस वक्त भी युवकों ने अनूप से विवाद किया था। लेकिन, उस समय मामला इतना बढ़ा नहीं।
दोस्त संग तीसरी गली में टहल रहा था अनूप
रविवार की रात करीब 8 बजे अनूप अपने घर से तीसरी गली में अपने दोस्तों के साथ गया था। वह सड़क पर अपने दो दोस्तों संग टहल रहा था। इसी दौरान करीब 8 से 10 बदमाशों ने अनूप और उसके दोस्तों को घेर लिया।
कई बदमाश अपना चेहरा बांधे हुए थे। उनके हाथों में हाकी-डंडा और रॉड था। बदमाशों से घिरता देख अनूप और उसके दोस्त भागने लगे। लेकिन, बदमाशों ने उन्हें दौड़ा लिया।
मरा समझकर भागे बदमाश
दोनों दोस्त तो भागने में कामयाब हो गए। लेकिन, जान बचाने के लिए अनूप उसी गली के एक घर में घुसने लगा। दरवाजे के गेट तक पहुंचते ही बदमाशों ने उसे दौड़ाकर दबोच लिया और उस पर हमला बोल दिया। बदमाश उसे घसीटते हुए सड़क पर ले गए।
फिर मोहल्ले में अपनी हनक कायम करने के लिए उसकी रॉड-डंडों और लात-घूसों से पिटाई की। कुछ ही देर में अनूप खून से लथपथ होकर बेहोश हो गया। जब बदमाशों को लगा कि उसकी मौत हो गई है तो वह वहां से भाग गए।