केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पुणे दौरे के दौरान एकनाथ शिंदे गुट की पार्टी को शिवसेना नाम और तीर-कमान चिन्ह दिए जाने पर इलैक्शन कमीशन के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि शुक्रवार को दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। सत्यमेव जयते का सूत्र चरितार्थ हुआ है। जब कभी भी 2014 से 2022 के कालखंड का भारत की चुनी हुई सरकारों का इतिहास लिखा जाएगा तो स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि UPA की सरकार के दौरान हर मंत्री खुद को प्रधानमंत्री मानता था और कोई भी मंत्री प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री नहीं मानता था। उस समय आए दिन पाकिस्तान से घुसपैठिए हमारे सीमा में घुसकर जवानों के सिर काटकर ले जाते थे और दिल्ली दरबार में सन्नाटा पसरा रहता था।
शाह बोले- UPA के समय देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं थीं
देश में एक के बाद एक 12 लाख करोड़ के घोटाले और भ्रष्टाचार सामने आए। महिलाएं सुरक्षित नहीं थीं। देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं थीं। विदेशों में प्रधानमंत्री का सम्मान नहीं होता था, वहां देश का सम्मान कम हुआ करता था। एक समय था जब भारत का प्रधानमंत्री विदेश में जाकर गलत भाषण पढ़ देता था। इससे देश का अपमान होता था।
डिप्टी सीएम फडणवीस ने उद्धव सरकार को बेकार बताया
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल को बेकार बताया। फडणवीस ने कहा कि ढाई साल बर्बाद हो गए। अब हमारे पास ढाई साल बचे हैं, हमें बहुत काम करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी ‘डबल हॉर्सपावर’ सरकार पूरी ताकत से काम करेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी कश्मीर गए और तिरंगा फहराया। वह कांग्रेस के शासन के दौरान ऐसा नहीं कर सके क्योंकि यह तभी संभव हुआ जब पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने धारा 370 को खत्म किया।
अमित शाह पुणे के ओंकारेश्वर मंदिर भी पहुंचे
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में शहीद सैनिकों और पुलिसकर्मियों के बच्चों से भी मुलाकात की। देर शाम वे महाशिवरात्रि के अवसर पुणे के ओंकारेश्वर मंदिर भी पहुंचे और पूजा की। इस दौरान उनके साथ महाराष्ट्र के सीएम और डिप्टी सीएम भी मौजूद थे।
उद्धव ठाकरे बोले- निर्वाचन आयोग सरकार का गुलाम
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपना चुनाव चिह्न शिंदे गुट को सौंपने पर इलैक्शन कमीशन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा। शनिवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक से पहले उद्धव ने बांद्रा स्थित अपने आवास मातोश्री के बाहर समर्थकों को संबोधित किया। उद्धव ने कहा, सरकार को लगता है कि वे शिवसेना को खत्म कर देंगे, लेकिन शिवसेना कभी खत्म नहीं होगी।
इलैक्शन कमीशन सरकार का गुलाम है। उसने कुछ ऐसा किया, जो पहले कभी नहीं हुआ। भाजपा को बालासाहेब ठाकरे का चेहरा चाहिए, उन्हें चुनाव चिह्न चाहिए, लेकिन शिवसेना परिवार नहीं। राज्य के लोग जानते हैं, कौन सा चेहरा असली है और कौन नहीं। एक दिन पहले आयोग ने शिंदे को शिवसेना का नाम और तीर-कमान चुनाव चिह्न दे दिया था।
उद्धव ने कहा, तीर-कमान चुरा लिया गया है। मैं चोर को तीर-कमान के साथ मैदान में आने की चुनौती देता हूं। हम इसका मुकाबला मशाल से करेंगे। यह हमारी परीक्षा है, लड़ाई शुरू हो गई है।