कानपुर के एक फ्लैट में प्रेमी-प्रेमिका के शव फंदे पर लटके मिले हैं। लड़की की 10 दिन बाद यानी 26 फरवरी को शादी होनी थी। जबकि युवक शादीशुदा था। लेकिन अपनी पत्नी और बेटी को छोड़कर प्रेमिका के साथ शादी करना चाहता था। लड़की के परिजन का आरोप है कि युवक ने हत्या करने के बाद खुद सुसाइड किया है।
फिलहाल, पुलिस सुसाइड और मर्डर के बाद सुसाइड दोनों ही एंगल पर जांच कर रही है। फ्लैट में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि युवक का शव पंखे और युवती का शव खिड़की की ग्रिल के सहारे फंदे से लटक रहा था। फोरेंसिक टीम ने पूरे कमरे की जांच-पड़ताल करने के बाद फ्लैट को सील कर दिया गया है।
ये पूरा मामला पनकी इलाके की अरावली हाउसिंग सोसाइटी का है। दोनों के शव गुरुवार देर रात मिले हैं। पनकी थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि रतनपुर के एक ही मोहल्ले में रहने वाले मोहन सिंह चौहान उर्फ मोनू (34) और आरजू (24) के प्रेम संबंध थे। दोनों का शव शताब्दी नगर की अरावली हाउसिंग सोसाइटी सी-ब्लॉक के फ्लैट नंबर-16 में फंदे पर लटके मिले हैं। दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद दोनों की मौत की सही वजह का पता चल पाएगा।
प्रेमिका के लिए पत्नी-बेटी को डेढ़ साल पहले था छोड़ा
थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि प्रेमी युगल के परिजनों से पूछताछ की गई। पता चला है कि मोहन सिंह ने अपनी पत्नी राखी और दो साल की बेटी को छोड़ दिया था। डेढ़ साल से वह मायके में हैं। मोनू ने प्रेमिका आरजू के साथ रहने के लिए आठ महीने पहले अरावली हाउसिंग सोसाइटी में एक किराए का फ्लैट लिया था। दोनों उसमें रहते नहीं थे, लेकिन दोनों के मिलने का ठिकाना यहीं था।
26 को आनी थी आरजू की बारात, पिता ने लगाया हत्या का आरोप
मृतक युवती आरजू के पिता ने बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि आरजू की शादी मसवानपुर में तय की थी। 26 फरवरी को उसकी बारात आनी थी। उन्हें आशंका है कि मोहन ने बेटी आरजू को मिलने के लिए बुलाया और उसकी हत्या कर दी। फिर मोनू ने खुद फांसी लगाकर जान दे दी।
पिता ने यह भी कहा कि बेटी का शव खिड़की पर फंदे से लटक रहा था, उसकी कमर का हिस्सा जमीन पर था। इस तरह कोई सुसाइड नहीं कर सकता है। वहीं, दूसरी तरफ युवक के परिवार का दावा है कि दोनों की शादी नहीं हो पा रही थी। इसलिए, दोनों तनाव में थे और सुसाइड कर लिया।
दोनों के फोन नहीं उठने पर फ्लैट पहुंचे थे परिजन
एसीपी पनकी निशंक शर्मा ने बताया कि युवती आरजू गुरुवार शाम को घर से इलाके में रहने वाले मामा के घर जाने की बात कहकर निकली थी, लेकिन वहां नहीं पहुंची। देर रात जानकारी मिलने पर परिजनों ने बेटी की तलाश शुरू कर दी। पूछताछ करते हुए मोनू के घर पहुंचे तो उनके परिवार के लोगों ने बताया कि मोनू का फोन रिसीव नहीं हो रहा है।
इसके बाद दोनों के परिवार वाले फ्लैट पहुंचे। काफी देर खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला लेकिन दोनों के फोन की बेल बज रही थी। संदेह होने पर खिड़की से झांक कर देखा तो दोनों का शव फंदे से लटक रहा था। इसके बाद परिवार के लोगों ने पनकी पुलिस को सूचना दी।