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सुसाइड करने वाले IIT स्टूडेंट का परिवार बोला- भेदभाव हुआ:कहा- साथी जाति पर प्रताड़ित करते थे; होस्टल बिल्डिंग से कूदकर दी थी जान

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IIT बॉम्बे के स्टूडेंट दर्शन सोलंकी के सुसाइड करने के तीन दिन बाद उसकी बहन और चाची ने उसके दोस्तों पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- दर्शन ने बताया था कि उसके दोस्त उसके साथ जातिगत भेदभाव करते थे। हालांकि IIT बॉम्बे की अथॉरिटी ने कहा कि कैंपस में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता।

दर्शन की बहन जाह्नवी सोलंकी ने कहा कि जब वह पिछले महीने वह घर आया था तो उसने मुझे और माता-पिता को बताया था कि उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। उसके दोस्तों को जब से पता चला है कि वह अनुसूचित जाति का है, उनका व्यवहार बदल गया है। इतना ही नहीं दोस्तों ने दर्शन से बात करना और साथ रहना भी बंद कर दिया था। वह इन सब से परेशान था। इसलिए उसने ऐसा कदम उठाया।

IIT बॉम्बे की अथॉरिटी ने कहा कि कैंपस में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है।
IIT बॉम्बे की अथॉरिटी ने कहा कि कैंपस में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है।

दोस्त कहते थे- तू मुफ्त में पढ़ रहा है, हम पैसे देते हैं
बहन और चाची के मुताबिक, दर्शन कहता था कि कई स्टूडेंट्स को यह पसंद नहीं है मैं फ्री में पढ़ रहा हूं। लोग मुझसे जलते हैं। वे कहते हैं कि हम लोग पैसे देते हैं तो तुम मुफ्त में क्यों पढ़ रहे हो। उन लोगों ने मेरी कई दोस्तों से बात भी बंद करवा दी थी।

पिता बोले- मौत के दो घंटे पहले बेटे ने मेरा हाल पूछा था
दर्शन के पिता रमेशभाई सोलंकी ने कहा कि घटना के कुछ घंटे पहले उन्होंने अपने बेटे से बात की थी। उसने मुझसे पूछा कि आप कैसे हैं। उसने मेरे बड़े भाई की बेटी को जन्मदिन की शुभकामना देने के लिए कहा। इसके बाद उसने कहा कि वह बाहर जाएगा तो मैंने उसे कुछ पैसे भी भेजे, लेकिन उसने कहा कि मेरे पास पैसे हैं, मुझे पैसे की जरूरत नहीं है। लेकिन फिर भी मैंने पैसे भेजे। मुझे नहीं पता था कि ऐसा कुछ हो जाएगा।

दर्शन के सुसाइड करने के बाद कई स्टूडेंट्स ने धरना दिया था।
दर्शन के सुसाइड करने के बाद कई स्टूडेंट्स ने धरना दिया था।

कैंपस के हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया था
18 साल के दर्शन सोलंकी ने रविवार सुबह 11:30 बजे कैंपस में बने हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। वह गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला था। तीन महीने पहले ही IIT में बीटेक (केमिकल इंजिनियरिंग) की पढ़ाई के लिए उसका एडमिशन हुआ था। दर्शन 16B हॉस्टल की आठवीं मंजिल पर रहता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को ही दर्शन की पहले सेमिस्टर की परीक्षा खत्म हुई थी।

दर्शन के कूदने पर जोर से आवाज आई जिससे कुछ ही देर में दूसरे स्टूडेंट्स और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए। वह खून से लथपथ हो चुका था। छात्र को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद APPSC (अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल) IIT बॉम्बे नाम के संगठन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दलित स्टूडेंट्स के साथ परिसर में जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है।

यह निजी मुद्दा नहीं, हत्या: APPSC
इस घटना के बाद APPSC ने अंग्रेजी में ट्वीट किया- हम एक 18 साल के दलित स्टूडेंट दर्शन सोलंकी के निधन पर शोक जताते हैं। उन्होंने 3 महीने पहले बीटेक के लिए IIT बॉम्बे में एडमिशन लिया था। हमें यह समझना चाहिए कि यह एक निजी मुद्दा नहीं, बल्कि हत्या है।

एक अन्य ट्वीट में APPSC ने आरोप लगाया- हमारी शिकायतों के बावजूद संस्थान ने दलित, बहुजन आदिवासी छात्रों के लिए कैंपस को सुरक्षित बनाने की परवाह नहीं की। प्रथम वर्ष के छात्रों को आरक्षण विरोधी भावनाओं और गैर-योग्यता के ताने के मामले में सबसे अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।

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