इंदौर की निजी कंपनी में जीएम के सुसाइड केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। शनिवार को सुसाइड करने के बाद पुलिस ने कमरे को सील कर दिया, लेकिन सुसाइड नोट के मुताबिक घर की छानबीन की तो वही पिस्टल मिल गई। पुलिस के मुताबिक वह पिस्टल वहीं रखी हुई थी, जिस जगह का जिक्र सुसाइड नोट में किया गया था। इधर, परिवार के सामने बड़ा सवाल ये है कि जब बेटे ने सुसाइड किया तो तत्काल पुलिस मौके पर कैसे पहुंच गई? इतना ही नहीं सुसाइड नोट में जिस तंत्र क्रिया का जिक्र है वो घर में हुई या बाहर।
पहले जानिए क्या है पूरा मामला
इंदौर में निजी कंपनी के जनरल मैनेजर ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी थी। जीएम ने दो पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें उसने पत्नी पर बेवफाई का आरोप लगाया था। उसने पत्नी समेत तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। सुसाइड नोट में जीएम ने लिखा था- पत्नी को उसके दोस्त कृष्णा राठौर निवासी रतलाम (मावा वाला) के साथ देख लिया था। चैटिंग से मुझे पता चला कि दोनों के शारीरिक रिश्ते भी थे। कृष्णा ने मुझे मारने के लिए पत्नी को पिस्टल दी थी। वह मेरे घर में मिलकर तांत्रिक क्रियाएं करते थे। मुझे धीमा जहर भी दे रहे थे। मेरे मरने के बाद पोस्टमॉर्टम होगा तो यह बात सामने आ जाएगी।
अब पढ़िए राकेश ने सिलसिलेवार सवालों के जवाब दिए…
: तंत्र क्रिया कहां होती थी? घर में या बाहर।
राकेश : हितेश की मौत के बाद हम उसके इंदौर वाले घर पर मौजूद थे। घर के किसी हिस्से में हमें तांत्रिक क्रिया नहीं दिखी। पुलिस ने सुसाइड वाला कमरा सील कर दिया है। हो सकता है वहीं कोई तंत्र क्रिया करते हों। यह भी हो सकता है कि घर के बाहर वे लोग ऐसी क्रियाएं करते हों।
: सबसे पहले हितेश को मृत अवस्था में किसने देखा?
राकेश : सबसे पहले पुलिस ही पहुंची। हम ये ही नहीं समझ पा रहे हैं कि पुलिस को सूचना किसने दी। दरअसल नीलू ने हितेश की पुलिस से झूठी शिकायत कर दी थी। इस मामले में पुलिस हितेश के बयान लेने आने वाली थी। इसलिए हमें आशंका है कि हितेश की पत्नी नीलू ने ही पुलिस को फोन लगाकर सूचना दी होगी कि हितेश घर आ गया है।
: हितेश की पत्नी नीलू अपने ससुराल में है या मायके में।
राकेश : नहीं पता। हां वह अंतिम संस्कार के पहले घर आई थी। बेटे युवराज को लेकर। हमने कहा इसे अंतिम संस्कार के लिए भेज दीजिए। तो उसने मना कर दिया। पुलिस को देखकर वह हमारे घर से जल्द ही चली गई। अभी कहां है पता नहीं।
हितेश के शव को मुखाग्नि किसने दी
राकेश : हमारे ही परिवार और बच्चों ने।
भाई ने कहा हम सबसे हितेश के अच्छे संबंध थे
आपसे से हितेश के कैसे संबंध थे?
राकेश : बहुत बढ़िया।
: वह तनाव में है। इसका जिक्र कभी किया था?
राकेश : हां, उसने कई बार कहा। पिताजी को भी इसीलिए मनासा से इंदौर बुलाया था। लेकिन यहां उन्हें होटल में रोक रखा था।
: हितेश ने पिताजी को इंदौर क्यों बुलाया था?
राकेश : हितेश इंदौर में अपना साइड बिजनेस शुरू करना चाहता था। पैकेजिंग का। एक सेल्समैन भी रखा था। इसे संभालने के लिए ही वह पिताजी और मां को इंदौर शिफ्ट करना चाहता था।
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घर की तलाशी में क्या निकला?
पुलिस : हितेश ने सुसाइड नोट में जिस पिस्टल का जिक्र किया था, वो पिस्टल हमें उसी जगह से मिली है, जिस जगह का सुसाइड नोट में जिक्र था। कुछ डॉक्यूमेंट भी बरामद किए हैं।
: आरोपी किसे बनाया?
पुलिस : अभी मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। ये तय है कि सुसाइड नोट में जिन नामों का जिक्र हितेश ने किया जांच उनके इर्द-गिर्द ही घूमेगी। बयान भी लिए जाएंगे। ठोस सबूत मिलने के बाद ही केस दर्ज कर आरोपी बनाए जाएंगे।
पिता का दर्द- बेटा उसकी पत्नी से इतना परेशान है, भनक तक नहीं लगने दी
बेटे हितेश की मौत को लेकर पिता लक्ष्मण पाल काफी दु:खी हैं। वे कहते हैं कि मुझे बेटे ने होटल में ही ठहराया था। सुसाइड वाले दिन बेटे ने कहा आधे घंटे में मिलने आता हूं, तब तक आप खाना खा लीजिए। मैंने खाना खा लिया पर देर रात तक वह नहीं आया। वह अपने भाइयों को सरप्राइज देने का प्लान कर रहा था। मुझे भी इसी सिलसिले में बुलाया था। लेकिन पत्नी से इतना परेशान है उसने मुझे भनक तक नहीं लगने दी। हालांकि वह डॉक्टर से डिप्रेशन का इलाज जरूर करा रहा था। वह मुझे और अपनी मां को इंदौर ही लाना चाहता था। हितेश अपने बेटे को लेकर तनाव में रहता था। मुझसे बेटे हितेश ने कभी भी बहू और कृष्णा राठौर की दोस्ती की बात शेयर नहीं की थी।
बेटे को लेकर ससुरल पहुंची पत्नी, पर बेटे को नहीं देने दी मुखाग्नि
हितेश के शव को मनासा में मुखाग्नि देने के लिए नीलू के मायके से युवराज के लिए पुलिस कस्टडी मांगी थी। पुलिस की मौजूदगी में नीलू अपने ससुराल पहुंच गई। यहां अंतिम संस्कार के पहले ही विवाद हो गया। इसके कुछ देर बाद ही नीलू बेटे युवराज को लेकर वहां से चली गई। मुखाग्नि बड़े भाई राजेश और उनके बेटों ने दी।
अब बात कृष्णा राठौर की, कई भाजपा नेताओं से सीधे संपर्क
हितेश ने सुसाइड नोट में जिस कृष्णा राठौर का जिक्र किया है वह रतलाम के चांदनी चौक इलाके में रहता है। यहां परिवार का मावे का कारोबार है। पूरा कारोबार कृष्णा का भाई संभालता है। कृष्णा राठौर का इंदौर और रतलाम के कई भाजपा नेताओं से सीधा संपर्क है। सोशल मीडिया पर वह खुद को हिंदूवादी नेता बताता है। बताया जा रहा है कि कृष्णा ने ही हितेश की पत्नी नीलू को भाजपा के कई नेताओं से मिलवाया था। घटनाक्रम के बाद कृष्णा ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है।
इंदौर में महालक्ष्मी नगर के पास रहने वाले जनरल मैनेजर हितेश पाल ने शनिवार रात सुसाइड कर लिया। दो पेज के सुसाइड नोट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पत्नी की बेवफाई से आहत होकर वह किस तरह डिप्रेशन में चल रहा था? पिता से बातचीत में इस बात का खुलासा हुआ। पिता ने डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी। एक दिन पहले ही इसकी रिपोर्ट आई तो पता चला कि शरीर में किसी तरह का केमिकल दिया जा रहा है, जो नुकसानदायक है। इधर, सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग में भी पत्नी की गतिविधियां संदिग्ध नजर आने लगीं।
लसूड़िया पुलिस के मुताबिक हितेश ने सुसाइड के पहले दो पन्नों का नोट लिखा था। इसमें अपनी पत्नी, उसके दोस्त कृष्णा राठौर रतलाम और सहेली रानी (मनासा) का जिक्र किया। मैं हितेश पाल पिता लक्ष्मण जी पाल निवासी, 551, एमआर-6, महालक्ष्मी नगर, इंदौर आत्महत्या (जो कि मर्डर है) करने जा रहा हूं। क्योंकि कल दिनांक 10 फरवरी 2023 को मैंने अपनी पत्नी को उसके आशिक कृष्णा राठौर के साथ रंगे हाथों महालक्ष्मी नगर स्थित महालक्ष्मी मंदिर के गार्डन में पकड़ा। वाट्सएप के माध्यम से मैं पिछले कुछ दिनों से इन दोनों पर नजर रखे था।