पंजाब से विदेशों में युवाओं का पलायन रुक नहीं रहा। एजेंट झूठे दावे और वादे करके पंजाबी परिवारों से लाखों रुपए ऐंठ कर उनके बच्चों को डोंकी के जरिए विदेशों की जेलों और जंगलों में धकेल रहे हैं। ऐसे ही 6 युवाओं के परिवार सामने आए, जिन्होंने बताया कि 2017 से उनके बच्चे इटली के लिए पंजाब से एजेंटों ने रवाना किए थे, लेकिन सितंबर 2017 में तुर्की पहुंचने के बाद उनका कहीं कुछ पता नहीं चला।
आखरी बार युवकों ने अपने परिवारों से यही कहा था कि वह दो दिन बाद फोन करते रहेंगे। पिछले 6 वर्ष से अपने जिगर के टुकड़ों की आवाज सुनने के लिए माताएं तरस रही हैं। परिवार पिछले 6 साल से रो-रो कर परेशान है। पंजाब और हरियाणा की सरकारों ने पिछले 6 साल से परिवारों की कोई मदद नहीं की। इन युवकों की पहचान नवजोत सिंह अमृतसर, गुरप्रीत सिंह भगराओं, गुरविंदर सिंह लुधियाना, लवजीत सिंह पटियाला, बूटा सिंह सोलन और धर्मपाल सिंह करनाल के रूप में हुई है।
लापता हुए युवकों के परिवारों ने लोक भलाई पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान बलवंत सिंह रामूवालिया से गुहार लगाई कि वह उनके बच्चों को विदेश से वापस लाने में मदद करें। महानगर में रामूवालिया ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि लापता युवाओं को विदेश से लाने के लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं। परिवारों का रो-रो कर बुराहाल है जो देखा नहीं जा रहा।
रोजाना फोन पर रहती नजर
लापता हुए युवाओं के परिवार के सदस्यों ने कहा कि 6 साल से वह रोजाना मोबाइल फोन को अपने से एक मिनट दूर नहीं करते। क्योंकि उन्हें आज भी उम्मीद है कि उनके बेटों का फोन आ सकता है।
परिवारों का दावा है कि एजेंटों ने उनसे लाखों रुपए हड़प लिए और बच्चों को कानूनी रूप से विदेश भेजने का कहकर डोंकी लगवाई है, जिस कारण अब उन्हें संदेह हो रहा है कि जंगलों में उनके बेटों को मौत के घाट न उतार दिया गया हो।
विदेशों में होगी अब पंजाब की बर्बादी
रामूवालिया ने कहा की 14 लाख 50 हजार वीजा कनाडा सरकार ने तीन साल के लिए खोल दिए हैं। इस कारण हर साल करीब 5 लाख लोग विदेश जाएंगे। पंजाब खाली हो जाएगा। ट्रेवल एजेंटों की मौज लग गई। यहां लाखों रुपए लेकर परिवारों से धोखा करेंगे। सरकार को आज जरूरत है कि स्पेशल सेशन बुलाकर ट्रेवल एजेंटों के लिए खास कानून बनाया जाए। ताकि वह लोगों से धोखाधड़ी न कर सके।
शिरोमणि कमेटी नहीं उठा रही कदम
रामूवालिया ने कहा कि शिरोमणि कमेटी भी कोई सार नहीं ले रही। आज हालात ये बन गए हैं कि पंजाब के बेटों के साथ-साथ अब बेटियां भी विदेशों में असुरक्षित हो रही हैं। बीते 10 फरवरी को मोगा की एक लड़की को एनजीओं सदस्यों की मदद से भारत लाया गया। मोगा की महिला ट्रेवल एजेंट पर दबाव डाला तब जाकर उस लड़की को भारत वापस लाया जा सका। लड़की ने रामूवालिया को बताया कि विदेश में पाकिस्तानियों ने उसके साथ जबरदस्ती रेप भी किया।