हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सूबे के हरियाणा सिविल सेवा (HCS) अधिकारियों के लिए सुशासन की क्लास लगाई। इस क्लास में अधिकारियों ने ईमानदारी का पाठ पढ़ा। सीएम ने एक टीचर के रूप में अधिकारियों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। इस दौरान IT एक्सपर्ट मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने IT की बारीकियां भी अधिकारियों को बताई। इस क्लास में 2020 बैच के HCS अधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन तथा प्रशासनिक दक्षता के संबंध में फीडबैक लिया। अधिकारियों ने अपने अनुभवों को मुख्यमंत्री के साथ साझा किया और आईटी से जुड़ी विभिन्न सुविधाओं के बारे में सुझाव भी दिए। मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए अनेक प्रशासनिक सुधारों को अंजाम दिया है ताकि प्रशासन में पारदर्शिता के साथ-साथ जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
हर काम की फिक्स है डेडलाइन
प्रदेश सरकार मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस की अवधारणा पर कार्य कर रही है। सरकार द्वारा आईटी का उपयोग कर प्रशासनिक कार्यों में न केवल तत्परता लाने का कार्य किया है अपितु अब तो एक कदम और आगे बढ़ते हुए नागरिकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की समय सीमा भी निर्धारित की है, जिससे आमजन का विश्वास सरकार के प्रति बढ़ा है कि उन्हें अब किसी योजना व सेवा का लाभ लेने के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ते।
फील्ड में जाएं अधिकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन के संकल्प के साथ सरकार ने अंत्योदय के उत्थान करने का बीड़ा उठाया है। 2023 को अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है ताकि अंत्योदय परिवार निरोगी और स्वस्थ रहें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र भ्रमण के समय लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में भी जागरूक करने का कार्य करें ताकि वे इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
ईमानदारी व निष्ठा से करें काम
मनोहर लाल ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाए हुए है। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि एक अधिकारी के तौर पर आप सभी की समाज के प्रति अधिक जिम्मेवारी है, इसलिए अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी व निष्ठा से करें।
2019 HCS की ले चुके क्लास
मुख्यमंत्री ने इससे पहले भी वर्ष 2019 बैच के HCS अधिकारियों के साथ बैठक की थी। समय-समय पर सरकार की नीतियों व योजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में IAS तथा HCS अधिकारियों के साथ बैठक करते रहते हैं ताकि प्रशासनिक दक्षता में आवश्यकतानुसार और अधिक सुधारों को लागू किया जा सके।