हरियाणा के झज्जर में मोबाइल फोन एक नाबालिग लड़की की मौत की वजह बन गया। परिजनों ने बेटी को मोबाइल फोन नहीं दिलाया तो उसने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। तब माता पिता मजदूरी के लिए घर से बाहर गए थे। आस पड़ोस के लोगों ने बेटी की मौत की सूचना परिजनों को दी। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया।
काम पर गया था परिवार
नाबालिग लड़की के सुसाइड का मामला झज्जर की रनिया कॉलोनी का है। यहां एक परिवार दूसरे प्रदेश से आकर दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था। उसी प्रवासी मजदूर की एक बेटी ने अपने परिजनों से मोबाइल दिलाने की जिद की । लेकिन गरीबी से जूझ रहे मजदूर के परिवार ने मोबाइल फोन देने से मना कर दिया।
पड़ोस के लोगों ने दी सूचना
बेटी ने घर के ही कमरे में फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। घटना के समय यह प्रवासी मजदूर का परिवार दिहाड़ी करने गया हुआ था। घर पर नाबालिग बिटिया अकेली थी। घटना की सूचना जैसे ही आस-पड़ोस के लोगों को मिली तो उन्होंने इसकी सूचना लड़की के परिजनों को देने के साथ-साथ पुलिस को भी दी
दरवाजा तोड़कर उतारा शव
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर नाबालिग युवती के शव को अपनी उपस्थिति में फांसी के फंदे से नीचे उतरवाया। पुलिस ने मौके पर सबूत जुटाने के लिए एफएसएल की टीम को भी बुलाया। बाद में पुलिस ने मृतका के शव का झज्जर के नागरिक अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया। पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद नाबालिग के शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया।