तेलियरगंज में संगम स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरे ऑटो व बस में आमने-सामने से भिड़ंत हो गई। इसमें ऑटो ड्राइवर अजय कुमार सरोज (31) की मौके पर मौत हो गई। जबकि दो महिला समेत चार श्रद्धालु जख्मी हो गए। उन्हें एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अजय पुत्र श्रीनाथ सरोज, सुभानपुर शकरदहा, प्रतापगढ़ का रहने वाला था। वह बैरहना निवासी एक व्यक्ति का ऑटो चलाता था। रविवार शाम पांच बजे के करीब वह सिविल लाइंस से संगम स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं को लेकर फाफामऊ जा रहा था।
अभी वह रसूलाबाद में महर्षि पतंजलि स्कूल के पास पहुंचा था। तभी अचानक सामने आए बाइकसवार को बचाने में सामने से आ रहे चालक ने स्टेयरिंग घुमा दी। इससे बस तेलियरगंज की ओर जाने वाली लेन पर आ गई और उसकी ऑटो से जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। उधर, ड्राइवर अजय की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि भीतर बैठे श्रद्धालु बाबूलाल मौर्य व उनकी पत्नी कुसम और रामलाल मौर्य व केवला मौर्य जख्मी हो गए। सभी दहियांवा बाजार, सोरांव के रहने वाले हैं और गंगा स्नान के लिए आए थे।
घटना से चीखपुकार मच गई। जानकारी पर चौकी प्रभारी अनिल भगत पहुंचे और घायलों को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया। उधर आरोपी चालक बस छोड़कर भाग निकला। जिसके बाद बस को कब्जे में लेकर थाने लाया गया। शिवकुटी एसओ मनीष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बस चालक की तलाश की जा रही है।
राहगीर ही नहीं, मासूमों की जान भी खतरे में
मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग घटना को लेकर आक्रोशित दिखे। अन्य लोगों समेत स्थानीय पार्षद मुकुंद तिवारी ने बताया कि जिस जगह यह घटना हुई वहां आसपास स्कूल-कॉलेज हैं। अक्सर यहां दुर्घटनाएं होती हैं जिसमें लोग जख्मी हुए हैं। इस संबंध में कई बार उन्होंने लिखित तौर पर शिकायत की। साथ ही ट्रैफिक सिग्नल लगाकर गोल चौराहा और ब्रेकर बनाने की मांग की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग निर्दोषों के साथ ही मासूमों की जान से भी खेल रहे हैं।
मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग घटना को लेकर आक्रोशित दिखे। अन्य लोगों समेत स्थानीय पार्षद मुकुंद तिवारी ने बताया कि जिस जगह यह घटना हुई वहां आसपास स्कूल-कॉलेज हैं। अक्सर यहां दुर्घटनाएं होती हैं जिसमें लोग जख्मी हुए हैं। इस संबंध में कई बार उन्होंने लिखित तौर पर शिकायत की। साथ ही ट्रैफिक सिग्नल लगाकर गोल चौराहा और ब्रेकर बनाने की मांग की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग निर्दोषों के साथ ही मासूमों की जान से भी खेल रहे हैं।