प्रॉपर्टी के रेट बढ़ाने के लिए लोग उसकी रजिस्ट्री महंगे दामों में करा रहे हैं। साल 2022 में मप्र में 4 लाख 48 हजार 400 रजिस्ट्री हायर रेट पर हुईं। खरीदारों ने 1 से 35% दाम बढ़ाकर हायर वेल्यू पर रजिस्ट्री कराईं हैं। पंजीयन विभाग से मिले डाटा का एनालिसिस बताता है कि प्रदेश में 1 लाख 68 हजार लोकेशन ऐसी हैं, जहां महंगी रजिस्ट्री की संख्या बढ़ी है।
इन जगहों पर पहले से तीन गुना तक ज्यादा दामों पर रजिस्ट्री कराई जा रही हैं। महंगी रजिस्ट्री का असर ये होगा कि साल 2023 में इन प्रॉपर्टी की कीमत बड़ी हुई रजिस्ट्री के आधार पर ही तय होगी। इसी आधार पर कलेक्टर गाइडलाइन भी बनेगी। डाटा बताता है कि मप्र में 200 लोकेशन ऐसी हैं, जहां लोगों ने रजिस्ट्री कराने के लिए 150% तक ज्यादा कीमत चुकाकर दस्तावेज रजिस्टर्ड कराए हैं।
60% लोग मकान, प्लॉट खरीद रहे; घरों की खरीदारी 20% बढ़ी
प्रदेश में 60% लोग मकान, प्लॉट में निवेश कर रहे, जबकि 20% लोग कृषि भूमि खरीद रहे। बाकी 20% पर सरकारी प्रोजेक्ट हैं। कोरोना महामारी के बाद से राज्य में घरों की 20% खरीदारी बढ़ी है। सरकार ने भोपाल को रजिस्ट्री से 1200 करोड़ रुपए राजस्व का टारगेट रखा है। इस वित्त वर्ष में 892 करोड़ रुपए मिल चुके हैं।
नई कलेक्टर गाइडलाइन के लिए सर्वे शुरू
पंजीयन विभाग के अफसरों ने नए साल में प्रॉपर्टी के दाम तय करने के लिए नई कलेक्टर गाइडलाइन बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। हायर वैल्यू रजिस्ट्री दस्तावेजों के आधार पर ही प्रॉपर्टी के दाम 5% से 20% तक बढ़ाने का प्रस्ताव उप मूल्यांकन समिति के सामने पेश किया जाएगा। ये प्रक्रिया 31 मार्च से पहले पूरी हो जाएगी। सबकुछ ठीक रहा तो 1 अप्रैल 2023 से प्रदेशभर में चुनिंदा लोकेशनों पर प्रॉपर्टी के दामों में बढ़ोतरी दिखाई देगी।